Woman Jaw Dislocation While Eating Golgappa in Auraiya | गोलगप्पा खाते समय जबड़ा क्यों खिसक जाता है

Woman’s Jaw Dislocates Eating Pani Puri: गोलगप्पे खाना अधिकतर लोगों को अच्छा लगता है. सड़क किनारे लगे ठेलों पर गोलगप्पे देखते ही लोगों के मुंह में पानी आने लगता है. कुछ लोग गोलगप्पे देखकर खुद को कंट्रोल नहीं कर पाते हैं और उनका स्वाद लेने ठेले तक पहुंच ही जाते हैं. गोलगप्पे खाना ठीक है, लेकिन यूपी के औरैया में एक महिला को गोलगप्पे खाना भारी पड़ गया. 42 साल की महिला किसी काम से औरैया आई थी और वहां एक ठेले पर वह गोलगप्पे खाने चली गई. जैसे ही गोलगप्पे खाने के लिए उसने मुंह खोला, वैसे ही उसका जबड़ा उतर गया और मुंह खुला का खुला रह गया. तमाम कोशिशों के बाद भी मुंह बंद नहीं हुआ. इसके बाद महिला को डॉक्टर के पास ले जाया गया. डॉक्टर ने भी अपने सभी तरीके आजमाए, लेकिन महिला का जबड़ा जस का तस रहा. बाद में उसे बड़े हॉस्पिटल रेफर किया गया और वहां उसका जबड़ा ठीक हुआ.
महिला का जबड़ा करीब 1 घंटे तक खुला रहा और डॉक्टर्स की कड़ी मशक्कत के बाद महिला अपनी नॉर्मल कंडीशन में आ पाई. यह मामला सोशल मीडिया से लेकर औरैया की गलियों में चर्चा का विषय बन गया है. डॉक्टर्स ने बताया कि महिला का जबड़ा अपनी जगह से खिसक गया था, जिसे मेडिकल भाषा में जॉ डिस्लोकेशन कहा जाता है. सुनने में यह घटना अजीब लग सकती है, लेकिन पहले भी इस तरह के कुछ मामले सामने आ चुके हैं. अब सवाल है कि आखिर ऐसा क्यों होता है और इससे किस तरह बचा जा सकता है? इस बारे में डॉक्टर से समझने की कोशिश करते हैं.
क्यों खिसक जाता है जबड़ा?
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व प्रेसिडेंट और सीनियर फिजीशियन डॉ. अनिल बंसल ने को बताया कि जब हम गोलगप्पे या कोई बड़ी चीज खाने के लिए बहुत ज्यादा मुंह खोलते हैं, तो जबड़े के जोड़ पर अचानक ज्यादा दबाव पड़ जाता है. यह दबाव जोड़ को उसकी जगह से खिसका सकता है. यही कारण है कि कुछ लोग जम्हाई लेते समय, हंसते वक्त या दांत खोलकर बड़े साइज का खाना खाते समय भी इस समस्या का सामना करते हैं. यह समस्या रेयर है, लेकिन कई लोगों को इसका खतरा ज्यादा होता है. ऐसे में सभी को खाते वक्त सावधानी बरतनी चाहिए और मुंह जरूरत से ज्यादा नहीं खोलना चाहिए.
किन लोगों को इसका ज्यादा खतरा?
डॉक्टर ने बताया कि कुछ लोगों को जॉ डिस्लोकेशन का खतरा ज्यादा होता है. जिन्हें पहले से जबड़े में दर्द या खट-खट की आवाज आती हो, जिनका जबड़ा कमजोर या ढीला हो, जिन्हें पहले जबड़े की बीमारी रही हो, उन्हें रिस्क ज्यादा होता है. जिनके दांत असमान हों और मुंह सही तरह नहीं खुल पाता हो या जिनका मुंह स्वाभाविक रूप से ज्यादा खुल जाता है, ऐसे लोगों को भी खाने-पीने में सावधानी बरतनी चाहिए. अगर लोग बड़े साइज का खाना एक बार में लेने की कोशिश करते हैं, तो जबड़ा खिसक सकता है. जबड़ा खिसकने के बाद मुंह खुला रह जाता है और बंद नहीं होता है. इसकी वजह से कान और जबड़े के पास तेज दर्द होता है. बोलने, खाने और निगलने में परेशानी होती है. चेहरे में अकड़न और घबराहट होती है. ऐसी स्थिति में व्यक्ति खुद से मुंह बंद नहीं कर पाता, इसलिए डॉक्टर की मदद जरूरी होती है.
क्या है जॉ डिस्लोकेशन का इलाज और बचाव?
एक्सपर्ट ने बताया कि अगर किसी का जॉ डिस्लोकेट हो जाता है, तो डॉक्टर पहले जबड़े को धीरे-धीरे सही जगह पर वापस सेट करते हैं, जिसे रिपोजीशन कहते हैं. कई बार हल्की दवाई या इंजेक्शन देकर मांसपेशियों को ढीला किया जाता है, ताकि दर्द और जकड़न कम हो. अगर मामला गंभीर हो तो एक्स-रे या स्कैन भी करवाना पड़ सकता है. इलाज के बाद कुछ दिनों तक सॉफ्ट खाना, कम बोलना और मुंह ज्यादा न खोलने की सलाह दी जाती है. इस परेशानी से बचने के लिए बड़े गोलगप्पे, बर्गर या खाना एक बार में न खाएं. जम्हाई लेते समय मुंह को ज्यादा न खोलें. दांत या जबड़े में पहले से समस्या हो तो डॉक्टर से चेकअप करवाएं. खाने के दौरान जल्दबाजी न करें.



