लहरिया साड़ी और सोलह श्रृंगार, बागों में पड़े झूले, गीत-संगीत और फुहारों के बीच महिलाओं ने मनायी तीज

सीकर. पूरे राजस्थान में आज तीज पर्व की धूम है. चटख रंग बिरंगे रंग के लहरिया साड़ी लहंगे और सोलह श्रृंगार में सजीं महिलाएं तीज मना रही हैं. ये सुख सौभाग्य का पर्व है. इसमें महिलाएं शिव पार्वती की आराधना करती हैं.
सीकर में भी तीज धूमधाम से मनाया जा रहा है. शेखावाटी क्षेत्र में महिलाओं ने तालाब के किनारे जाकर माता पार्वती और भगवान शिव की आराधना की. राजस्थानी और लहरिया कपड़ों में सजीं महिलाएं गीत गा रही थीं.
तालाब किनारे पर्व का उल्लासशेखावाटी क्षेत्र में खास तौर पर तालाब के किनारे जाकर तीज का पर्व मनाया जाता है. तीज की पूजा अर्चना करने पहुंची पूजा देवी ने बताया बरसों से हमारे पूर्वज भी इसी तरह तीज मनाते थे. आज का दिन हम महिलाओं का होता है. तालाब के किनारे चने, घेवर, फैणी पानी में अर्पित करते हैं. पानी के किनारे तीज का पर्व मनाने से घर में सुख शांति आती है.
पानी में घेवर अर्पितमहिलाओं ने बताया पानी के किनारे माता पार्वती की पूजा करने के बाद पानी में रहने वाले छोटे-छोटे जीव जंतुओं के लिए घेवर डाला जाता है. पूजा अर्चना के बाद तालाब के किनारे मौजूद सभी महिलाएं बैठकर प्रकृति का आनंद लेते हुए घेवर खाती हैं. इसके बाद सभी महिलाएं पेड़ पर झूला डालती हैं और सारा दिन झूलती हैं.
महिलाओं का है ये पर्वपूजा देवी ने बताया तीज केवल महिलाओं का त्यौहार है. इस दिन सभी महिलाएं व्रत कर अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं. महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं. शिव पार्वती की पूजा करती हैं और फिर सारा दिन झूला झूलती है. घर से बाहर रहकर प्रकृति का आनंद लेती हैं. यह दिन हमारे लिए बहुत खास होता है.
Tags: Hartalika Teej, Local18, Sikar news
FIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 14:53 IST