Women donate most kidneys in Rajasthan happily give life their husbands

Last Updated:March 17, 2025, 12:23 IST
किडनी ट्रांसप्लांट में महिलाओं की भागीदारी सबसे ज्यादा रही है. आंकड़ों के मुताबिक किडनी डोनेशन में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से ज्यादा है, जिसमें सिर्फ 30 प्रतिशत महिला मरीजों को ही किडनी मिल पाती है.
राजस्थान में किडनी डोनेशन 80% महिलाओं ने अपनी भागीदारी निभाई हैं.
हाइलाइट्स
राजस्थान में 80% किडनी डोनेशन महिलाओं ने किया.सवाई मानसिंह अस्पताल में 2 साल में 80 किडनी ट्रांसप्लांट हुए.पत्नियों ने सबसे ज्यादा किडनी दान कर पतियों को जीवनदान दिया.
जयपुर:- राजस्थान में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए विभाग लगातार काम कर रहा है, जिसमें लोग भी भागीदारी दे रहें हैं. ऐसे ही राजस्थान में किडनी डोनेशन में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से ज्यादा है. आंकड़ों के मुताबिक, राजस्थान में किडनी डोनेशन में 80% महिलाओं ने अपनी भागीदारी निभाई है, जिससे दूसरे लोगों को जीवनदान मिला है. आंकड़ों के मुताबिक, प्रदेश के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल में 2 साल में 80 किडनी ट्रांसप्लांट हुए हैं, जिसमें महिलाओं को 11 और पुरुषों को 69 किडनी प्राप्त हुई है.
इन सभी किडनी ट्रांसप्लांट में महिलाओं की भागीदारी सबसे ज्यादा रही है. आंकड़ों के मुताबिक किडनी डोनेशन में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से ज्यादा है, जिसमें सिर्फ 30 प्रतिशत महिला मरीजों को ही किडनी मिल पाती है. आपको बता दें कि राजस्थान में पिछले कुछ सालों में 80 प्रतिशत मामलों में पत्नी ने पति को किडनी डोनेट कर उन्हें नया जीवनदान दिया है. महिलाओं ने अपने पति के अलावा अपने परिवार और रिश्तेदारों को भी किडनियां डोनेट की हैं.
पत्नियों ने किडनी दान कर बचाई जिंदगी राजस्थान के बड़े अस्पतालों में हर दिन किडनी ट्रांसप्लांट से संबंधित सैकड़ों मरीज पहुंचते हैं, जिसमें अपने ही परिवार के लोग एक-दूसरे को किडनी देकर उन्हें नया जीवनदान देते हैं. लेकिन आंकड़ों के मुताबिक, पत्नियों ने सबसे ज्यादा किडनी दान कर अपने पतियों को नया जीवनदान दिया है और वह हमेशा उनके साथ खड़ी रही हैं. राजस्थान में महिलाएं सबसे ज्यादा किडनी दान करती हैं.
महिलाओं को किए जाने वाले किडनी ट्रांसप्लांट की दर पुरुषों की तुलना में 5 गुना कम है. जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में कैडेवर में कुल 25 किडनी ट्रांसप्लांट में से 12 महिला को और 13 पुरुषों को मिली, जिसमें सबसे ज्यादा महिलाओं ने किडनी दान किए हैं. कैडेवर रिसिपिएंट के लिए आवेदन करना होता है और क्रम आने पर ही किडनी मिलती है.
रोबोटिक सर्जरी के कारण आसान हुआ किडनी ट्रांसप्लांट किडनी ट्रांसप्लांट के एक्सपर्ट डॉक्टर्स लोकल 18 को बताते हैं कि किडनी ट्रांसप्लांट को लेकर महिलाओं में डर कम हुआ है. इस कारण सबसे ज्यादा महिलाएं किडनी दान करती हैं. अब रोबोटिक सर्जरी की वजह से किडनी डोनेट करने में कम दर्द से गुजरना पड़ता है. रोबोटिक सर्जरी ने इस किडनी ट्रांसप्लांट के प्रोसीजर को आसान कर दिया है.
पहले मरीज को सर्जरी के बाद बेड से उठने में ही 10 से 15 दिन लगते थे, लेकिन अब सभी अस्पतालों में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है, जिसमें सर्जरी के दौरान छोटा चीरा, कम रक्तस्राव, सर्जरी के बाद होने वाला दर्द कम होने जैसे कारणों से मरीज ट्रांसप्लांट के 2 दिन बाद ही चलना शुरू कर सकता है और उसे हॉस्पिटल से जल्दी डिस्चार्ज भी कर दिया जाता हैं.
हार्ड वर्क भी है कारणएक्सपर्ट डॉक्टर्स के अनुसार, महिलाएं बेझिझक किडनी देने को तैयार हो जाती हैं, जबकि महिलाओं की संख्या में पुरुष कम किडनी दान करते हैं. महिलाओं के किडनी ट्रांसप्लांट अधिक करने का एक कारण यह भी है कि महिलाओं की किडनियां ज्यादा स्वस्थ हैं और महिलाएं घर पर रहती हैं और ज्यादा हार्ड वर्क नहीं करती, बल्कि पुरूष हार्ड वर्क करते हैं.
Location :
Jaipur,Rajasthan
First Published :
March 17, 2025, 12:23 IST
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