वैभव सूर्यवंशी की मैच फीस कितनी? बिहार के छोटी उम्र के खिलाड़ी की कमाई जान रह जाएंगे हैरान

पटना: बिहार में क्रिकेट का जुनून हमेशा से चरम पर रहा है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में बिहार क्रिकेट की पहचान देश ही नहीं, दुनिया भर में बनने लगी है. इसकी एक बड़ी वजह धाकड़ खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी भी है. हालांकि, केवल वैभव ही नहीं बिहार टीम में सकीबुल गनी, आयुष लोहारुका और बिपिन सौरव जैसे कई खिलाड़ी हैं, जिन्होंने घरेलू मुकाबलों में अपने प्रदर्शन से सभी का ध्यान आकर्षित किया है.
लोगों के मन में अक्सर यह सवाल रहता है कि आखिर वैभव सूर्यवंशी जैसे खिलाड़ियों को कितनी मैच फीस मिलती है. रणजी ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और दूसरे बड़े घरेलू टूर्नामेंट में खेल चुके इन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की कमाई के बारे में बहुत लोग अनजान हैं. जबकि हकीकत यह है कि इन टूर्नामेंट्स में शामिल खिलाड़ियों को बीसीसीआई के नियमों के तहत तय की गई अच्छी-खासी मैच फीस मिलती है.
घरेलू क्रिकेट में खेलते ही खिलाड़ी हो जाते हैं लखपति इस सवाल का जवाब तलाशने के लिए लोकल 18 की टीम ने बीसीए के क्रिकेट ऑपरेशन मैनेजर एके चंदन से खास बातचीत की. उन्होंने खिलाड़ियों को मिलने वाली मैच फीस का पूरा स्लैब डीटेल से बताया. एके चंदन के अनुसार, बीसीसीआई ने अलग-अलग आयु वर्ग में खेलने वाले खिलाड़ियों के लिए मैच फीस अलग-अलग निर्धारित की है. यह फीस खिलाड़ियों द्वारा खेले गए मैचों की संख्या और टूर्नामेंट के स्तर पर निर्भर करती है. खास बात यह है कि खिलाड़ियों को पेमेंट प्रति मैच नहीं, बल्कि प्रति दिन के हिसाब से किया जाता है. उनकी कमाई सीधे तौर पर मैच की टाइमिंग पर आधारित होती है.
इतनी मिलती है फीस उन्होंने स्लैब समझाते हुए बताया कि बीसीसीआई द्वारा तय किए गए मैच फीस स्लैब के अनुसार, सीनियर पुरुष टीम के खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी में उनके अनुभव के आधार पर भुगतान किया जाता है. 0 से 20 मैच खेलने वाले खिलाड़ियों को 40 हजार रुपए प्रतिदिन, 21 से 40 मैच वाले खिलाड़ियों को 50 हजार रुपए प्रतिदिन, जबकि 41 से 60 मैच का अनुभव रखने वाले खिलाड़ियों को 60 हजार रुपए प्रतिदिन की फीस मिलती है. रणजी का एक मैच चार दिनों का होता है. इस हिसाब से एक मैच के लिए कम से कम 1,60,000 और अधिकतम 2,40,000 रूपये मिलता है.
इसी तरह, पुरुष अंडर 23 श्रेणी के खिलाड़ियों को 25 हजार रुपए प्रतिदिन, अंडर 19 खिलाड़ियों को 20 हजार रुपए प्रतिदिन, और अंडर 16 खिलाड़ियों को 15 हजार रुपए प्रतिदिन मैच फीस दी जाती है. आपको बता दें कि खिलाड़ियों के मैच फीस में से दस फीसदी का टीडीएस कटता है और बाकी अमाउंट उनके बैंक अकाउंट में जमा हो जाता है. बाद में आईटीआर फ़ाइल करने के बाद कटे हुए पैसे भी वापस मिल जाते हैं.
फीस के अलावा भी मिलता है लाभ इतना ही नहीं, सीनियर खिलाड़ियों की कमाई में बीसीसीआई की ओर से ग्रॉस रेवेन्यू का एक निश्चित प्रतिशत भी जोड़ा जाता है. यह अतिरिक्त राशि केवल सीनियर श्रेणी के क्रिकेटरों को मिलती है. अगर कोई खिलाड़ी एक सीजन के सभी मैच खेल लेता है, तो उसे मैच फीस से अलग करीब सात से आठ लाख रुपये तक का ग्रॉस रेवेन्यू भी प्राप्त हो जाता है. कुल मिलाकर, घरेलू क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों को भी अच्छी-खासी कमाई होती है. यह उनके करियर और भविष्य दोनों के लिए बेहद लाभदायक साबित होती है.



