अब फिर से नजर आएंगे रोडवेज बसों में फर्स्ट-एड बॉक्स, यात्रियों को मिलेगा प्राथमिक उपचार

कृष्णा कुमार गौड़/जोधपुर : रोडवेज बस में सफर करने वाले यात्रियों के स्वास्थ्य को विशेष रूप में ध्यान में रखते हुए रोडवेज एक बार फिर फर्स्ट-एड बॉक्स बसों में रखना शुरू करने वाला है. अब जल्द ही राजस्थान रोडवेज की बसों में फर्स्ट-एड बॉक्स नजर आने लगेंगे. वहीं दुर्घटना के दौरान घायल यात्रियों को प्राथमिक उपचार भी मिल सकेगा.
रोडवेज मुख्यालय ने राज्य के सभी डिपो के मुख्य प्रबंधकों को बसों में फर्स्ट-एड बॉक्स लगाने के आदेश दिए हैं. जिन बसों में फर्स्ट एड बॉक्स लगे हैं, उनमें फर्स्ट एड के लिए चिकित्सा सामग्री उपलब्ध नहीं हैं.ऐसे में रोडवेज बसों के दुर्घटनाग्रस्त होने पर घायल यात्रियों को मौके पर ही प्राथमिक उपचार नहीं मिल पा रहा है.जिसे देखते हुए रोडवेज मुख्यालय की ओर से प्रदेश के सभी डिपो को बसों में फर्स्ट एड बॉक्स लगाने के आदेश जारी किए गए है.जल्द ही अब बसों में फर्स्ट-एड बॉक्स नजर आएंगे.
कई बसें जिनकी हालत खस्ता
रोडवेज के मानकों के अनुसार पुरानी बसों को कण्डम करने का प्रावधान है, लेकिन रोडवेज में बसों की कमी के चलते इन बसों का लोकल रूटों पर संचालन किया जा रहा है.इनमें से कई बसों की हालत ज्यादा खराब है. वहीं, इन बसों में फर्स्ट एड बॉक्स भी नहीं हैं. कई बसों में फर्स्ट बॉक्स टूटे हैं और उनमें फर्स्ट एड सामग्री भी नहीं हैं.
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अनुबंधित बसों में भी फर्स्ट एड बॉक्स लगाने के निर्देश
राजस्थान रोड अनुबंधित बसों में भी फर्स्ट एड बॉक्स लगाने के निर्देश दिए हैं,वेज ने अनुबंधित बसों में भी फर्स्ट एड बॉक्स लगाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन इन बसों में फर्स्ट बॉक्स लगाने की व्यवस्था बस मालिक को ही करनी होगी. तय मानकों के अनुसार जयपुर-दिल्ली राजमार्ग पर संचालित हो रही है. एनजीटी के मानकों के अनुसार दिल्ली में बीएस 6 मानक की बसों का ही संचालन हो सकता है.कई बसों के फर्स्ट एड बाक्स में भी चिकित्सा सामग्री नहीं है.
जानिए क्या है पुरानी बसों के नियम
जोधपुर रोडवेज डिपो के मैनेजर उम्मेदसिंह चारण ने बताया कि रोडवेज में पुरानी बसों का कंडम घोषित करने का प्रावधान है. इसके तहत 8 साल पुरानी या 8 लाख किलोमीटर चल चल चुकी बसों को कंड़म मानकर इन बसों को बेड़े से हटाने का नियम है. पुरानी बसों के संचालन से डीजल औसत भी गड़बड़ा रहा है. कंडम बसों को विभाग की ओर से नीलाम किया जाता है.
रोडवेज मुख्यालय की ओर से सभी बसों में फर्स्ट एड बॉक्स लगाने के आदेश मिले हैं. अधिकतर बसों में फर्स्ट एड बाक्स लगे हैं.जिन बसों के फर्स्ट एड बाक्स में चिकित्सा सामग्री नहीं है उनमें चिकित्सा सामग्री रखने की व्यवस्था की जाएगी. वैसे रोडवेज परिचालक के बैग में भी चिकित्सा सामग्री रहती है.
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FIRST PUBLISHED : February 25, 2024, 13:52 IST