अयोध्या के राम मंदिर में लग रहा राजस्थान का ये खास लाल पत्थर,जानें क्या है इस सेंडस्टोन की खासियत

रवि पायक/भीलवाड़ा. आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. इसको लेकर भव्य रूप से मंदिर का निर्माण भी किया जा रहा है. इस मंदिर निर्माण में कहीं ना कहीं भीलवाड़ा का भी एक अहम योगदान है. जी हां भीलवाड़ा जिले के बिजौलियां की जमीन से निकला सेंडस्टोन भी भगवान रामलला मंदिर की परिक्रमा मार्ग में लगाया जा रहा है. यह पत्थर मंदिर के बाहर की परिक्रमा, पार्किंग और चहल कदमी में लगाया जा रहा है. मंदिर में साढ़े 5 लाख स्कवायर फिट एरिया में बिजोलिया का यह सेंडस्टोन लगाया जा रहा है.
सैंड स्टोन स्पलाई करने वाले आर्या इंटरप्राइजेज के निदेशक दीपक विजयवर्गीय ने बताया कि हमारे लिए यह बड़े सौभाग्य की बात है कि यहां पत्थर राम मंदिर निर्माण में अपनी भागीदारी निभाएगा. अब तक हम 1 लाख 50 हजार वर्ग फीट पत्थर सप्लाई कर चुके है. यह पत्थर नैचर के बहूत करीब है और इस पर कितना भी मूवमेंट हो कोई असर नहीं होता है. अब तक मंदिर में 100 ट्रकों के माध्यम से 4 हजार टन से अधिक इस सैंड स्टोन की सप्लाई हो चुकी है.
अन्य पत्थर की अपेक्षा ये है काफी टिकाऊं
दीपक ने बताया कि इस सैंड स्टोन की खासियत यह है कि यह अन्य पत्थरों की अपेक्षा अधिक टिकाऊं और मजबूत होने के साथ-साथ इसके पानी सोखने की क्षमता अधिक है. इसके चलते इसे मंदिर के लिए उपयुक्त माना गया है. इस पत्थर के लिए भागीरथ नैचुरल स्टोन एवं आर्या इंट्रप्राइजेज को वर्क ऑडर मिला है. इनकी निगरानी में पत्थर अयोध्या पहुँचा कर कुशल कारीगरों की मोजूदगी में लगाया जा रहा है. मंदिर में साढ़े 5 लाख स्कवायर फिट एरिया में बिजोलिया का यह सेंडस्टोन लगाया जाएगा मंदिर परिक्रमा, पार्किंग और वॉक वे में बिजौलियां ग्रे और रेड के कॉम्बीनेशन में खुबसुरत ढंग से लगाया जा रहा है.
जाने क्यों खास है यह लाल पत्थर
बिजोलिया से निकलने वाला यह सेंडस्टोन खास माना जाता है, क्योंकि इस सेंडस्टोन पर किसी भी मौसम का कोई असर नहीं होता है. यह एक तरह से टिकाऊ पत्थर होता है और चाहे कितने भी लोग इस पर चले कोई असर नहीं होता है.
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FIRST PUBLISHED : January 10, 2024, 13:57 IST