आईना वहीं, बदले चेहरों ने कहा कुछ करने आए हैं तो करके दिखाएंगे।


राजस्थान की नई नवेली मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की डबल इंजन सरकार का लेखानुदान 2024 पेश किया विधानसभा के पटल पर वित्त मंत्री के रूप में उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने। लम्बे अरसे बाद किसी वित्त मंत्री की ओर से अंतरिम बजट पेश किया गया। काफी समय से मुख्यमंत्री ही सदन में बजट वित्त मंत्री के रूप में पेश करते आ रहे थे। प्रदेश की आवाम को काफी उम्मीदें थीं वह तो पूरी नहीं हुई उसके लिए थोड़ा ओर इंतजार मूल बजट का करना होगा।
अंतरिम बजट ने यह जरूर साफ कर दिया कि आईना वहीं रहता है चेहरा बदल जाता है।
यानि सरकार वैसे ही चलेगी जैसे अब तक की सरकारें चलती आई है।
योजनाएं वहीं रहती हैं नाम बदल जाते हैं। पक्ष-विपक्ष के बैठने के स्थान बदल जाते हैं। कार्य योजना का खाका कान पकड़ने जैसा हो जाता है। नवेली सरकार गई सरकार को कोसती है,कर्ज के बोझ से लदी जिम्मेदारी के बीच प्रदेश में विकास के नए आयाम स्थापित करने की वहीं रटी रटाई बातें दोहराई जाती है, गारंटी का लबादा ओढ़ा जाता है, आम आदमी सदियों से यह सबकुछ सहता रहता है कि कोई तो होगा राम का प्यारा जो उस जैसे अंतिम आदमी तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने में सक्षम होगा लेकिन सरकार का समय लोकलुभावन बातों में निकल जाता है ओर सरकारों के दिखाए सपने हर बार मुंगेरीलाल के हसीन सपने साबित होते हैं अंतिम छोर के लिए।
अंतरिम बजट में कुछ नया जरूर यह देखने को मिला कि गरीब के घर बेटी पैदा होने पर सरकार उसके भविष्य के लिए 1 लाख का बांड देगी,पर मंहगाई पर कंट्रोल को लेकर कोई कार्य योजना इस अंतरिम बजट में सदन के पटल पर नहीं आई,कुल मिलाकर इस लेखानुदान पर आने वाले लोकसभा चुनावों की दरियादिली जरूर देखने को मिली। राजस्थान की डबल इंजन सरकार को लचर समझने वालों को भी अंतरिम बजट 2024 ने अहसास करा दिया कि राजस्थान के लिए कुछ नया करके दिखाएंगे।
– प्रेम शर्मा