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आतंकवाद पर वार, जिनपिंग को दो टूक…. PM मोदी के ब्रिक्‍स और ग्रीस दौरे की 10 बड़ी उपलब्धियां

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 अगस्त को तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर दक्षिण अफ्रीका पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया औ कई देशों के शीर्ष नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता की. उन्होंने पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध के बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी वार्ता की और स्पष्ट शब्दों में कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) का सम्मान करना भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने के लिए आवश्यक है.

पीएम मोदी की मौजूदगी में ही ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के नेताओं ने बृहस्पतिवार को अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को समूह के नए सदस्यों के रूप में शामिल करने का फैसला किया. ब्रिक्स सम्मेलन के बाद पीएम मोदी एक दिन की यात्रा पर यूनान पहुंचे. पिछले 40 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूनान की यह पहली यात्रा है. किसी शीर्ष भारतीय राजनेता की यूनान की आखिरी यात्रा सितंबर 1983 में हुई थी जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश की यात्रा की थी.

आइए जानते हैं पीएम मोदी की ब्रिक्स और यूनान यात्रा से हासिल 10 खास उपलब्धियां

* पीएम नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर बातचीत के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ‘अनसुलझे’ मुद्दों के संबंध में भारत की चिंताओं से अवगत कराया. प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना और एलएसी का सम्मान भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने के लिए आवश्यक है.

पीएम मोदी ने 23 अगस्त को दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति रामफोसा के साथ द्विपक्षीय बैठक की जिस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा की, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया तथा वैश्विक दक्षिण की आवाज को मजबूत करने के लिए संयुक्त रूप से काम करने के तरीकों पर भी चर्चा की.

प्रधानमंत्री मोदी ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी से भी मुलाकात की और दोनों नेताओं ने व्यापार व निवेश, ऊर्जा, संपर्क, आतंकवाद और अफगानिस्तान सहित द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की. दोनों देशों के शीर्ष नेता चाबहार परियोजना सहित बुनियादी ढांचे के सहयोग में तेजी लाने पर सहमत हुए. उन्होंने अफगानिस्तान सहित क्षेत्रीय विकास पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया.

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने इथियोपियाई समकक्ष अबी अहमद अली के साथ एक ‘सार्थक बैठक’ की. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, “प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के साथ फलदायी बातचीत की. इथियोपिया के ब्रिक्स में शामिल होने पर उन्हें बधाई दी. हमने व्यापार, रक्षा और लोगों से लोगों के बीच संबंधों जैसे क्षेत्रों में रिश्तों को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की.”

ब्रिक्स देशों ने आतंकवाद से निपटने में ‘दोहरे मानदंडों’ को खारिज करते हुए आतंकवादियों की सीमा-पार गतिविधियों और आतंकवाद के वित्तपोषण समेत विभिन्न समस्याओं से निपटने के लिए काम करने का संकल्प लिया. तीन दिवसीय ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन के अंत में जारी घोषणापत्र में कहा गया है कि समूह के नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र रूपरेखा के तहत अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद संबंधी व्यापक संधि को अपनाने का आह्वान किया.

पीएम मोदी के ग्रीस दौरे से हासिल उपलब्धियां

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को यूनान की राष्ट्रपति कैटरीना एन सकेलारोपोउलू द्वारा प्रतिष्ठित ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया. यह सम्मान यूनान की राष्ट्रपति द्वारा ऐसे प्रधानमंत्रियों और प्रतिष्ठित व्यक्तियों को दिया जाता है, जिन्होंने अपनी विशिष्ट पद के कारण यूनान के कद को बढ़ाने में योगदान दिया है. ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ की स्थापना 1975 में की गई थी। सितारे के आमुख पर देवी अथेना चित्र अंकित है. इसके साथ ‘ओनली द राइचस शुड बी ऑनर्ड’ (केवल सत्यनिष्ठ व्यक्तियों का सम्मान हो) इबारत उकेरी हुई है.

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूनान के उनके समकक्ष किरियाकोस मित्सोताकिस ने हाल के वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक जुड़ाव में वृद्धि की सराहना की, और यह भी निर्देश दिया कि दोनों पक्ष 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने के लिए काम करेंगे. दोनों नेताओं ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को राजनीतिक, आर्थिक, रक्षा, सुरक्षा और सार्वजनिक कूटनीति सहित क्षेत्रों में नियमित बातचीत सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. वे ग्रीस और भारत के बीच सीधी उड़ानों को प्रोत्साहित करने पर भी सहमत हुए.

पीएम मोदी और मित्सोताकिस ने रक्षा, शिपिंग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, साइबर स्पेस, शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन और कृषि के क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को और व्यापक तथा गहरा करने की आवश्यकता दोहराई. उन्होंने कृषि के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने पर ध्यान दिया, जिसमें पारस्परिक लाभ के लिए क्षेत्रीय सहयोग की सुविधा के लिए कृषि पर हेलेनिक-भारतीय संयुक्त उप-समिति की स्थापना भी शामिल है.

भारत और ग्रीस के बीच लंबे समय से चले आ रहे सांस्कृतिक आदान-प्रदान को ध्यान में रखते हुए, दोनों नेताओं ने कला के सभी रूपों में आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के प्रयासों का स्वागत किया. वे प्राचीन स्थलों के संरक्षण में संयुक्त प्रयासों को प्रोत्साहित करने और यूनेस्को के भीतर सहयोग को मजबूत करने पर भी सहमत हुए.

दोनों नेताओं ने कहा कि यूरोपीय संघ और भारत के पास दुनिया में सबसे बड़ा लोकतांत्रिक और मुक्त बाजार स्थान है, और इस बात पर सहमति व्यक्त की कि यूरोपीय संघ-भारत संबंधों को गहरा करना पारस्परिक रूप से लाभप्रद होगा और इसका सकारात्मक क्षेत्रीय और वैश्विक प्रभाव होगा. दोनों प्रधानमंत्रियों ने चल रही भारत-यूरोपीय संघ व्यापार और निवेश वार्ता और भारत-यूरोपीय संघ कनेक्टिविटी साझेदारी के शीघ्र कार्यान्वयन के लिए अपना मजबूत समर्थन व्यक्त किया.

Tags: BRICS Summit, Greece, Narendra modi, South africa, Xi jinping

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