आपकी बात…राजनीति में सुधार के लिए क्या किया जाना चाहिए

नेता का चुनाव योग्यता के आधार पर हो
राजनीति में धर्म और जाति को मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। चुनाव के समय विकास के मुद्दों व देश की समस्याओं के बारे में चर्चा हो। नेका को एक बार ही चुनाव लडने की अनुमति हो। वह योग्यता के आधार पर चुना जाए।
मीना सनाढ्य, उदयपुर
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पार्टी में हो आंतरिक सुधार
राजनीतिक पार्टी में आंतरिक सुधार होना चाहिए। पार्टी में अपराधी प्रवृति, भ्रष्टाचारी और सजा काट चुके लोगो को चुनाव में टिकट देने से बचना चाहिए। युवाओं को समाज सेवा की ओर बढ़ना चाहिए।
बेदाग छवि के व्यक्ति को ही चुनावी दंगल में उतारना चाहिए। जनता के द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि अपने क्षेत्र का विकास कर सके।
—दिलीप शर्मा, भोपाल
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चुनाव पूर्व का गठबंधन ही मान्य हो
जन प्रतिनिधि के लिए शैक्षणिक योग्यता निर्धारित की जाए। स्नातक के बाद राजनीति का एक पाठ्यक्रम बनाया जावे जिसमे सफल व्यक्ति को ही चुनाव लड़ने का अधिकार मिले। जीत के बाद दल बदल किसी भी सूरत में नही हो। यहां तक कि गठबंधन भी चुनाव पूर्व का ही मान्य हो। इससे राजनीति सुधर जाएगी।
—कुलदीप पारीक,नागौर
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यह राजनीतिक इच्छा शक्ति पर निर्भर
राजनीति के स्तर और गुणवत्ता मे ऐसे सुधार हो, जिससे आम जनता की लोकतांत्रिक व्यवस्था मे जन – भागीदारी बढ़े। राजनीतिक सुधार के प्रस्तावों मे इन्हें कौन, क्यों और कैसे करेगा यह दलों और नेताओं को पहले से तय करने होंगे। यह राजनीतिक इच्छा शक्ति पर ही निर्भर है।
– नरेश कानूनगो, देवास
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राजनीति में धर्म व जाति नहीं हो
राजनीति में नैतिकता लानी होगी। राजनीति को केवल सत्ता पाने का माध्यम नहीं होना चाहिए। वोटों के लिए नहीं, बल्कि लोगों की बेहतरी के लिए राजनीति हो। राजनीति में अपराधीकरण को समाप्त किया जाए। राजनीति में धर्म और जाति को दूर रखा जाए।
हितेश चौहान,मंडार,सिरोही
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धर्म और जाति आधारित राजनीति
नेता चुनाव जीतने के लिए धर्म और जाति आधारित राजनीति करते हैं। धर्म और जाति पर वोट मांगना हमारे संविधान की भावना के खिलाफ है। इससे हमारे प्रजातंत्र को गहरा आघात पहुंचाया जा रहा है। चुनावों में मतदाताओं को धर्म और राजनीति को दरकिनार कर राष्ट्रीय हित और विकास पर वोट देना चाहिए।
प्रकाश भगत, कुचामन सिटी, नागौर
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स्वच्छ छवि के उम्मीदवारों को ही टिकट
राजनीति में सुधार के लिए स्वच्छ छवि के उम्मीदवारों को ही चुनाव में टिकट देना होगा। उम्मीदवारों को शिक्षित भी होना चाहिए। अपराधी प्रवृति के लोगो को राजनीतिक दलों में नही लिया जाना चाहिए।
पोषण कुमार शर्मा,हनुमानगढ़ जंक्शन
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जनता की हो सहभागिता
राजनीतिक सुधारों में जनता की भागीदारी स्पष्ट रूप से नजर आनी चाहिए। लोकतांत्रिक कामों मे पार्टियों को व्यक्तिगत लाभ से ज्यादा जनता के हितों को पूरा किया जाए।
अशोक कुमार शर्मा, जयपुर।