Politics

आप विधायक ने मंदिर के पुजारियों के वेतन को लेकर भाजपा से सवाल किया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने गुरुवार को भाजपा शासित राज्य में मंदिर के पुजारियों को दिए जा रहे मासिक वेतन के बारे में सवाल पूछा। आप विधायक ने कहा कि भाजपा पूछती है कि मंदिर के पुजारियों को वेतन क्यों नहीं दिया जा रहा है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि कौन सा भाजपा शासित राज्य पुजारियों को वेतन दे रहा है। आप विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने कहा कि पुजारियों को वेतन देने के लिए वक्फ एक्ट की तर्ज पर कानून की जरूरत है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पारित वक्फ के कारण मंदिर के पुजारियों के पक्ष में भी कानून की जरूरत है। विधायक ने कहा कि मंदिर के पुजारियों के लिए निश्चित वेतन होना चाहिए।

आप विधायक ने कहा, “अगर केंद्र वक्फ बोर्ड अधिनियम के समान कानून लाता है, तो आप सरकार मंदिर के पुजारियों को वेतन प्रदान करने वाली पहली सरकार होगी।” आईएएनएस से बात करते हुए भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार से पूछे बिना मस्जिदों के इमामों को वेतन दे सकती है, तो वे पुजारियों को भी वेतन दे सकती है। दरअसल, वे मंदिर के पुजारियों की मदद नहीं करना चाहते।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On : &nbsp 18 Aug 2023 3:28 AM GMT

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj