ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की मांग को लेकर गहलोत सरकार के 3 कैबिनेट मंत्री आज जाएंगे दिल्ली Rajasthan News- Jaipur New- 3 ministers of Gehlot government will go to Delhi today for the demand of oxygen and Ramdasivir


गहलोत ने कहा कि देश के कई राज्यों में ऑक्सीजन की कमी से मौतें होने के समाचार आए हैं. यह बहुत गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है.
Uncontrollable corona in Rajasthan: राजस्थान में कोरोना पीड़ितों के इलाज में ऑक्सीजन और दवाओं के अभाव में आ रही परेशानियों को देखते हुए गहलोत सरकार के तीन मंत्रियों का समूह दिल्ली जाकर केंद्र के समक्ष अपनी मांग रखेगा.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उच्चस्तरीय बैठक में यह जानकारी दी. मंत्रियों के इस समूह में ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल और चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा विशेष विमान से दिल्ली जाएंगे. उनके साथ अतिरिक्त मुख्य सचिव (जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी) सुधांश पंत भी होंगे. यह दल केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रेल मंत्री पीयूष गोयल और रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मण्डाविया से मुलाकात करेगा.
प्रदेशवासियों के लिए करेंगे संसाधनों की मांग
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य मंत्रिमण्डल के सदस्य केन्द्र सरकार से कोई शिकायत करने नहीं, बल्कि अपनी व्यथा बताने और प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा के लिए आवश्यक संसाधनों की मांग करने के लिए दिल्ली जा रहे हैं. राजस्थान के मंत्री केन्द्रीय मंत्रियों के समक्ष इस बात को तार्किक ढंग से रखेंगे कि राजस्थान को मेडिकल ऑक्सीजन तथा रेमडेसिविर आदि आवश्यकताओं के निर्धारित कोटे की आपूर्ति नहीं मिल पा रही है. इस कारण प्रदेश में कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज में बहुत अधिक परेशानी आ रही है.ऑक्सीजन का आवंटित कोटा नहीं मिल रहा
गहलोत ने कहा कि बीते दिनों केन्द्र सरकार की ओर से राज्य को आवंटित किए गए मेडिकल ऑक्सीजन के कोटे की बड़ी खेप की गुजरात के जामनगर से आपूर्ति होनी थी, लेकिन वह अभी तक नहीं मिल पाई है. गुजरात के साथ-साथ ओडिशा और झारखंड से भी राजस्थान को ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में टैंकरों की कमी एक बड़ी बाधा है. प्रदेश में अभी तक ऑक्सीजन परिवहन के लिए केवल 23 टैंकर ही उपलब्ध हैं.
कोरोना रोगियों की बढ़ रही है संख्या
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के कई राज्यों में ऑक्सीजन की कमी से मौतें होने के समाचार आए हैं. यह बहुत गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि राजस्थान में ऐसा नहीं हो. उन्होंने इसके लिए अधिकारियों को सभी संभव उपाय करने के निर्देश दिए हैं. शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सिद्धार्थ महाजन ने बैठक में बताया कि कुल एक्टिव मामलों की संख्या के लिहाज से राजस्थान देशभर में छठे स्थान पर पहुंच गया है.