10 year old Nanni Malala kept her second Roza prays five times a day

Last Updated:March 05, 2025, 19:45 IST
मलाला के पिता शब्बीर मंसूरी ने लोकल 18 को बताया कि उसने पहला रोजा 9 साल उम्र में रखा था. वही, अभी 10 साल की हो गई है और यह उसका दूसरा रोजा है. मलाला मंसूरी की मां रुबीना मंसूरी ने बताया कि रोजा रखने के बाद नन्ह…और पढ़ेंX
10 साल की मलाला मंसूरी ने रखा रोजा
हाइलाइट्स
10 साल की मलाला ने रखा दूसरा रोजा.मलाला पांच वक्त की नमाज पढ़ती है.पिता ने पहले रोजे पर उच्च शिक्षा का वादा किया.
सीकर:- रमजान का पवित्र महीना शुरू हो गया है. इस पवित्र महीने में मुस्लिम लोग रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं. मुस्लिम समाज के लिए रमजान के रोजे का विशेष महत्व है. रमजान के पाक महीने में मुस्लिम लोग रोजा रखते हैं और पांच वक्त की नमाज पढ़ते हैं. सीकर जिले में रमजान के महीने में मुस्लिम समाज में खासा उत्साह नजर आ रहा है. बुजुर्गों और युवाओं के लिए नन्हे-मुन्ने बच्चों ने भी रोजा रखा है. सीकर जिले के रींगस कस्बे के वार्ड नंबर 27 में रहने वाली मलाला मंसूरी पुत्री शब्बीर मंसूरी ने भी रोजा रखा है.
मलाला ने पिछली साल भी रोजा रखा था. मलाला के पिता शब्बीर मंसूरी ने लोकल 18 को बताया कि उसने पहला रोजा 9 साल उम्र में रखा था. वही, अभी 10 साल की हो गई है और यह उसका दूसरा रोजा है. मलाला मंसूरी की मां रुबीना मंसूरी ने बताया कि रोजा रखने के बाद नन्ही मलाला का विशेष ख्याल रखना पड़ता है. उसे सुबह तीन बजे जल्दी उठाकर तैयार करना पड़ता है और शहरी करानी पड़ती है.
अमन चैन की दुआमलाला ने बताया कि उसे अल्लाह की इबादत करना बहुत अच्छा लगता है. अल्लाह की इबादत में मशगूल मलाला देश में अमन चैन और शांति की दुआ कर रही है. रोजा रखे हुए नन्ही मलाला ने बताया कि रमजान के समय सच्चे दिल से की है, इबादत पूरी होती है. मैं अगली साल भी रोज रखूंगी. मुझे रोजे के समय अल्लाह की इबादत करना अच्छा लगता है.
पिता ने पहले रोजे पर किया था शिक्षा का वादापवित्र रमजान के महीने में नन्हे मुन्ने बच्चे रोजे की शुरुआत करते हैं. मान्यताओं के अनुसार, पहले रोज पर पिता अपने बच्चों को कुछ स्पेशल गिफ्ट देते हैं, जो उन्हें जिंदगी भर याद रहता है. ऐसे में मलाला ने जब पहला रोजा रखा था, तब पिता शब्बीर मंसूरी ने एक अनोखा तोहफा दिया था, जो अभी के लिए मिसाल पेश की थी. उन्होंने अपनी बेटी को उच्च शिक्षा देने का वादा किया था. मलाला के पिता शब्बीर का कहना है कि वह अपनी बेटी को तब तक पढ़ाएंगे, जब तक वह किसी काबिल नहीं हो जाती.
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
March 05, 2025, 19:45 IST
homerajasthan
सीकर की नन्ही मलाला ने रखा दूसरा रोजा, पिता ने उच्च शिक्षा का किया वादा