नागरिक शक्ति केवल नैतिक मूल्यों के कारण से : श्री झाबर सिंह खर्रा

एस.एस. जैन सुबोध पी.जी. कॉलेज, रामबाग सर्किल, जयपुर में “सुबोध व्याख्यान श्रृंखला ‘के अन्तर्गत “भारत के सन्दर्भ में वर्तमान भू-राजनीतिक स्थिति” विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन शुकवार 1 मार्च को किया गया।इस व्याख्यान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झाबर सिंह खर्रा, राज्यमंत्री, (स्वतंत्र प्रभार), नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग, राजस्थान सरकार एवं मुख्यवक्ता के रूप में रक्षा विशेषज्ञ एवं टी.वी. पेनलिस्ट कर्नल आर.एस.एन.सिंह रहें। कार्यक्रम में श्री सुमेर सिंह जी बोथरा, मानद मंत्री, सुबोध शिक्षा समिति उपस्थित रहें। कार्यक्रम का प्रारम्भ भाँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से हुआ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि हमारे देश की नागरिक शक्ति केवल नैतिक मूल्यों के कारण से है। प्राचीन काल में सम्राट अशोक के समय से ही देश का उद्देश्य समान हितों की रक्षा करना रहा है। यही कारण है कि हमारा देश अखण्डित रहा और धार्मिक सम्प्रभुता से एक विश्व गुरु के रुप में प्रतिष्ठित हुआ। उन्होंने भारत की जिओ और जीने दो की नीति को वर्तमान में उचित बतलाया।
मुख्यवक्ता कर्नल आर.एस.एन.सिंह ने कहा कि हमारे देश को कई शीत युद्धों का सामना करना पडा, जिसकी वजह से देश में सुरक्षा और अखण्डता पर कई बार प्रश्न चिन्ह लगते रहे हैं। वर्तमान सरकार ने धारा 370 को हटाकर देश को सुरक्षित किया। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की अरब राष्ट्रों के सम्बन्ध में कूटनीति के तहत आबूधाबी में मन्दिर का निर्माण व अयोध्या में श्रीराम मन्दिर का बनना हमारी आर्थिक एवं राजनीतिक परिपक्वता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भारत का नैरेटिव अग्रेसिव हो रहा है, इसीलिए भारत का आत्मविश्वास बढ़ रहा है और देश भी आगे बढ़ रहा है। भविष्य में भारत एक महाशक्ति के रुप में स्थापित होगा। कर्नल आर.एस.एन. सिंह ने इण्डो -पेसेफिक सर्किल, जी-20 सम्मेलन, कोवर्ट फुटप्रिन्ट डिप्लोमेसी आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. के. बी. शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कॉलेज की शैक्षणिक – सहशैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि आज का विषय “भारत के सन्दर्भ में वर्तमान भू-राजनीतिक स्थिति” है। वर्तमान में अमेरिका तथा चीन के मध्य बडी महाशक्ति बनने की होड, फरवरी 2022 से शुरू हुये रूस- युकेन युद्ध और इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध से पूरे विश्व की भू राजनीतिक प्रासंगिकता बदलने लगी है। इस समसामयिक विषय पर चर्चा करना आज प्रासंगिक लग रहा है। कार्यक्रम के अन्त में डॉ. सतीश चतुर्वेदी, डीन छात्र अनुशासन ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।