कार्डियक अरेस्ट की कंडीशन में कैसे बचाई जा सकती है जान? कार्डियोलॉजिस्ट ने बताया तरीका

हाइलाइट्स
कार्डियक अरेस्ट की कंडीशन में 6 मिनट में अंदर सीपीआर दिया जाए, तो जान बच सकती है.
सीपीआर कार्डियक अरेस्ट आने पर एकमात्र तरीका होता है, जो लाइफ सेविंग हो सकता है.
CPR May Save Life After Cardiac Arrest: पिछले कुछ महीनों में सडन कार्डियक अरेस्ट (SCA) की वजह से तमाम लोगों ने घूमते-फिरते और नाचते-गाते अचानक जान गंवा दी. हैरानी की बात यह है कि जान गंवाने वाले अधिकतर लोग युवा थे. कार्डियक अरेस्ट एक ऐसी कंडीशन होती है, जिसमें अचानक से लोगों का हॉट काम करना बंद कर देता है और ब्रेन में ब्लड की सप्लाई रुक जाती है. जब हार्ट स्टैंड स्टिल पोजीशन में चला जाता है, तब व्यक्ति अचानक बेहोश होकर गिर जाता है. कार्डियक अरेस्ट की कंडीशन में अगर व्यक्ति को तुरंत मदद न मिले, तो उसकी वहीं मौत हो जाती. अब सवाल उठता है कि कार्डियक अरेस्ट के बाद व्यक्ति की किस तरह मदद की जा सकती है? कार्डियोलॉजिस्ट से इससे जुड़े सवालों के जवाब जान लेते हैं.
कार्डियक अरेस्ट की कंडीशन में क्या करना चाहिए?
नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल की सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. वनीता अरोरा के मुताबिक सडन कार्डियक अरेस्ट आने के बाद शुरुआती 6 मिनट सबसे जरूरी होते हैं. अगर इन 6 मिनट के अंदर मरीज को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) दे दिया जाए तो उसकी जान बच सकती है. एंबुलेंस आने या मरीज को डॉक्टर की मदद मिलने तक लगातार सीपीआर देने से जान बचने की संभावना काफी बढ़ जाती है. 6 मिनट से ज्यादा देर हो जाए और किसी तरह की मदद ना मिले तो व्यक्ति ब्रेन डेड हो सकता है और उसकी मौत भी हो सकती है. कार्डियक अरेस्ट की कंडीशन में सीपीआर लाइफ सेविंग हो सकता है.
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आपके शहर से (दिल्ली-एनसीआर)
क्या सीपीआर से बच सकती है जान?
डॉ. वनीता अरोरा कहती हैं कि कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन को सीपीआर कहा जाता है. यह एक प्रोसेस होती है, जिसमें कार्डियक अरेस्ट आने वाले व्यक्ति के चेस्ट को कोई व्यक्ति कुछ मिनट तक लगातार थोड़ा-थोड़ा दबाता है. इससे हार्ट को मदद मिलती है और व्यक्ति की जान बच सकती है. सीपीआर देने के लिए सबसे पहले आप बेहोश शख्स को सीधा लिटा लें. इसके बाद आप उसकी छाती के बीचों बीच दोनों हाथों को रखें और करीब एक मिनट में 100 बार लगातार कंप्रेस करें. साथ ही आसपास मौजूद लोगों से एंबुलेंस को कॉल करने के लिए कहें. आप एंबुलेंस आने या नजदीकी अस्पताल से कोई मदद मिलने तक ऐसा करते रहें, तो कार्डियक अरेस्ट के बाद भी लोगों की जान बच सकती है. कई बार CPR से व्यक्ति होश में आ जाता है.
कार्डियक अरेस्ट से बचने के लिए क्या करें?
कार्डियोलॉजिस्ट के मुताबिक वर्तमान समय में बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल, खान-पान की गलत आदतें, ज्यादा तनाव, स्मोकिंग, बिना फिजिकल एक्टिविटी वाली लाइफस्टाइल और क्लॉट फार्मेशन की वजह से कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ गया है. इससे बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं. हर दिन एक्सरसाइज करें. हेल्दी डाइट लें और स्मोकिंग से तुरंत दूरी बनाएं. खुद को फिजिकली एक्टिव रखें और समय-समय पर हेल्थ चेकअप कराएं. अपने वजन को कंट्रोल रखें. डायबिटीज, बीपी, कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करें और परेशानी होने पर कार्डियोलॉजिस्ट से मिलें.
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Tags: Cardiac Arrest, Health, Heart attack, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : December 12, 2022, 14:12 IST