गर्मियों की शुरुआत में धधक उठे जंगल, सरिस्का, वन मंडल व ग्रामीणों की सहायता से आग को किया काबू

पीयूष पाठक/अलवर. वन क्षेत्र में आग लगने की घटना कोई नई बात नहीं है. पिछले कुछ सालों में गर्मियों के समय में वन क्षेत्र में आग लगातार लग रही है. रविवार को भी अलवर वन मंडल क्षेत्र में जिंदोली घाटी के पास करीब 15 हेक्टेयर में आग लगी. हालांकि 3 घंटे बाद आग पर काबू पा लिया गया. आग लगने से किसी तरह का नुकसान वन्य जीव को भी नहीं हुआ. बता दें जिस जगह आग लगी थी, उस क्षेत्र से 7 किलोमीटर दूर सरिस्का के वन क्षेत्र में सुबह बाघों की साइटिंग हुई थी.
अलवर रेंज के डीएफओ राजेंद्र कुमार ने बताया कि करीब 15 हेक्टेयर में यह आग फैली. जिससे घास व अन्य वनस्पति जलकर राख हो गई. बहरोड मार्ग पर दोपहर में अचानक लोगों को धुआं उठता दिखाई दिया. जिसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई. इसके बाद वन विभाग के सातों रेंज के फील्ड कार्मिक, सुरक्षा समिति सदस्य, आरएफसी की 75 टीम में वह ग्रामीणों की मदद से आग को बुझाया गया.
किलोमीटर दूर थी सरिस्का की रेंज
डीएफओ ने बताया कि वन विभाग व सरिस्का प्रशासन की ओर से आग पर काबू पाने के लिए पूरी ताकत से काम किया गया. आग के क्षेत्र से सरिस्का का बफर जोन महज 3 किलोमीटर दूर था. तब आग पर काबू पा लिया गया. इसी एरिया से 7 किलोमीटर दूरी पर सुबह बाघ की साईटिंग भी हुई थी. इस आग से कितना नुकसान हुआ इसकी जांच अभी जारी है.
इससे पहले भी बफर जोन में हो चुकी ऐसी घटना
अलवर शहर के समीप ही अलवर बफर जोन में सरिस्का के जंगलों में मई 2022 में आग लगी थी, जो कि कई किलोमीटर के एरिया में फैल गई थी. आग इतनी तेज थी वन विभाग के अधिकारियों के साथ सेना के हेलीकॉप्टर को भी आग बुझाने के लिए बुलाया गया. सेना के हेलीकॉप्टर, प्रशासन व वन विभाग की टीम ने करीब तीन से चार दिनों में आग पर काबू पाया.
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FIRST PUBLISHED : April 1, 2024, 21:12 IST