गुरुदत्त के कारण जब रफी का गाना हुआ डिब्बाबंद, उसी धुन पर किशोर दा ने दी आवाज, बना देवानंद का सबसे हिट सॉन्ग

मुंबई. फिल्मी दुनिया के महान गायकों की बात करें तो इस लिस्ट में मोहम्मद रफी और किशोर कुमार का नाम जरूर शामिल होगा. दोनों ही गायक अपनी अपनी जगह पर खास थे. लेकिन एक दफा गुरुदत्त की वजह से मोहम्मद रफी आवाज में रिकॉर्ड हुआ गाना डिब्बाबंद हो गया था. फिर उसी धुन पर जब किशोर कुमार ने आवाज दी तो वह इतना हिट हुआ कि लोगों की जुबां पर चढ़ गया. रफी का गाना क्यों रिलीज नहीं हुआ और वो कौनसा गाना था जिसने किशोर दो को फेमस कर दिया? आज song of the week में इसी पर बात करते हैं…
कहते हैं कि हर फिल्म या गाना अपनी किस्मत खुद लेकर आता है. यानी कलाकार हो या गायक अपने आप ही उनकी झोली में वह काम आ जाता है, जो उनके लिए लिखा होता है. ऐसा ही कुछ एक बार किशोर कुमार के साथ हुआ, जब सालों बाद उनके पास वह गाना आया, जिसने उन्हें खूब फेम दिलाई. गाना बताने से पहले आपको एक छोटी सी कहानी बताते हैं…
गुरुदत्त ने किया इनकार तो बर्मन दा ने…
साल 1961 में गुरुदत्त एक फिल्म बना रहे थे ‘बहारें फिर भी आएंगी’ Baharen Phir Bhi Aayengi. इस फिल्म में धर्मेंद्र, तनूजा, माला सिन्हा, रेहमान आदि मुख्य भूमिकाओं में थे. इस फिल्म के लिए संगीतकार के तौर पर एसडी बर्मन को चुना गया था. बर्मन दा ने फिल्म के लिए कुछ धनें तैयार कर ली थीं और मोहम्मद रफी की आवाज में एक गीत भी रिकॉर्ड कर लिया था. लेकिन अचानक बर्मन दा को दिल का दौरा पड़ा. वे रिकवर तो हुए लेकिन डॉक्टर्स ने उन्हें छह महीने तक काम ना करने के लिए कहा. ऐस में गुरुदत्त नहीं चाहते थे कि उनकी फिल्म इस वजह से अटके. उन्होंने फिल्म के लिए ओपी नैयर को ले लिया. बर्मन दा ने कहा कि मेरी धुनें ले लो, जिन्हें बेटा आरडी बर्मन तैयार कर देगा लेकिन गुरुदत्त ने इनकार कर दिया. इस पर आरडी बर्मन ने रफी की आवाज में गाए गाने को अपने पास ही रख लिया और वह गाना हमेशा के लिए डिब्बाबंद हो गया. इस गाने के बोल थे ‘कोई ना तेरा साथी हो, डगर कहीं भी जाती हो…’.
‘आप बस धुन बनाइए, बाकी मैं देख लूंगा’, रफी साहब ने जब चुटकियों में दूर की समस्या, 1 ही शब्द को 17 तरीके से गाया

dev anand
फिर बना देवानंद पर पिक्चराइज सुपरहिट गाना
गुरुदत्त ने एसडी बर्मन के ठीक होने का इंतजार नहीं किया लेकिन उसी समय देवानंद की ‘गाइड’ भी बन रही थी और उन्होंन बर्मन दा के ठीक होने का वेट किया. जो गाना रफी ने गाया था उसकी धुन का इस्तेमाल बर्मन दा ने कई साल बाद देवानंद की फिल्म ‘ज्वैल थीफ’ में किया और इस बार गाने को किशोर दा ने आवाज दी. किशोर दा ने गाने में ऐसा जादू बिखेरा की वह उस दौर का सुपरहिट गाना साबित हुआ और आज भी लोगों की जुबां पर है. गाना था…
ये दिल, ना होता बेचारा
कदम, न होते आवारा
जो खूबसूरत कोई अपना हमसफर होता
ओ ओ ओ ये दिल, न होता बेचारा…
.
Tags: Dev Anand, Entertainment Special, Kishore kumar, Mohammad Rafi
FIRST PUBLISHED : November 19, 2023, 07:01 IST