छठी कक्षा पास, 279 करोड़ की संपत्ति, ‘काका’ बढ़ाएंगे देश की सर्वोच्च संस्था की शोभा!

गांधीनगर: बड़ी से बड़ी डिग्री हासिल करने वाले लोग कई बार जीवन में सफलता की कसौटी पर विफल साबित हो जाते हैं. वहीं दूसरी तरफ बिना किसी खास डिग्री और उच्च शिक्षा के तमाम ऐसे लोग भी हुए हैं जिन्होंने राजनीति से लेकर आर्थिक क्षेत्र में बड़ी कामयाबी हासिल की है. ऐसे लोगों की ही सफतला की कहानी संभवतः खबर बनती है. आज की कहानी में छठी कक्षा पास एक काका की चर्चा जिसने अपनी कड़ी मेहनत से हजारों करोड़ रुपये की कंपनी खड़ा कर दी है. उनके पास उनकी अपनी 279 करोड़ की संपत्ति है. अब ये काका देश की सर्वोच्च संस्था की भी शोभा बढ़ाने वाले हैं.
हम बात कर रहे हैं गुजरात के सूरत के हीरा कारोबारी गोविंद ढोलकिया की. वह 279 करोड़ रुपये की कुल घोषित संपत्ति के साथ गुजरात से राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने वाले भाजपा के चार उम्मीदवारों में सबसे अमीर हैं. चुनाव में उम्मीदवार भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के पास 9.36 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जैसा कि उनके चुनावी हलफनामे से पता चला है.
कोई मुकदमा नहीं
सत्तारूढ़ दल ने 27 फरवरी को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए नड्डा और ढोलकिया के अलावा पार्टी नेता जसवंतसिंह परमार और मयंक नायक को गुजरात से मैदान में उतारा है. हलफनामे के मुताबिक कि चारों उम्मीदवारों में से किसी के भी खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं है, न ही वे किसी आपराधिक मुकदमे का सामना कर रहे हैं.
चुनावी हलफनामे के साथ संलग्न 2022-23 के आयकर रिटर्न के अनुसार, नड्डा की वार्षिक आय 24.92 लाख रुपये थी, जबकि इसी अवधि के दौरान उनकी पत्नी मल्लिका की आय 5.26 लाख रुपये थी. हलफनामे में कहा गया है कि दंपति के पास कुल मिलाकर 9.36 करोड़ रुपये की संपत्ति है. भाजपा अध्यक्ष की शैक्षणिक योग्यता बीए और एलएलबी है.
सूरत के हीरा कारोबारी गोविंद ढोलकिया (76) श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट्स के संस्थापक और चेयरमैन हैं. उनके हलफनामे में कहा गया है कि वह छठी कक्षा पास हैं और 2022-23 में उनकी आय 35.24 करोड़ रुपये थी, जबकि उनकी पत्नी की आय 3.47 करोड़ थी. ढोलकिया ने पिछले दिनों अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए एक दो नहीं पूरे 11 करोड़ रुपये का चंदा दिया था. ढोलकिया के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खुद फोन कर उनको भाजपा की ओर से राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने की जानकारी दी थी. गोविंद ढोलकिया को उनके जानने वाले सम्मान से ‘काका’ कहते हैं.
(इनपुट भाषा)
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FIRST PUBLISHED : February 16, 2024, 02:47 IST