छह साल की मासूम से अश्लीलता!

जयपुर। अजमेर में छह साल की मासूम बालिका के साथ अश्लीलता का मामला सामने आया है। पीडि़ता की मां की रिपोर्ट पर पुलिस ने पोक्सो एक्ट में प्रकरण दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया। पुलिस के अनुसार शुक्रवार रात 11 बजे पीडि़ता की मां ने रिपोर्ट दी कि पड़ोस में रहने वाला अशफाक अहमद उसकी छह साल की मासूम बालिका के कपड़े खोलकर अश्लीलता कर रहा था। उसने बताया कि रात को काम से घर लौटी तो पड़ोसी अशफाक अहमद ने उसकी नाबालिग बेटी के कपड़े खोल रखे थे। उसे देखकर आरोपी ने उसके कपड़े सही कर दिए। बेटी से पूछने पर उसनने आरोपी की करतूत बयां कर दी। पुलिस ने उसकी रिपोर्ट पर मुकदमा दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया।
न्यायालय ने हत्या के आरोपी को जेल भेजा
सीकर के बीलवा में गत दिनों गैरोली निवासी युवक की हत्या कर शव कुएं में फेंकने मामले में गिरफ्तारी के बाद पांच दिन रिमाण्ड पर चल रहे आरोपी को शुक्रवार घाड़ पुलिस ने दूनी न्यायालय में पेश किया, जहां न्यायिक मजिस्ट्रेट स्वाति भगवती ने उन्हें जेल भेज दिया। वहीं रिमाण्ड अवधि के दौरान पुलिस ने आरोपी की निशाानदेही से कार बरामद की है। युवक की हत्या में लिप्त मुख्य आरोपी अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। थानाप्रभारी नाहरसिंह मीणा ने बताया की जेल भेजे गए आरोपी वार्ड नम्बर 17 पेट्रोल पम्प के पीछे खाटूश्याम जिला सीकर निवासी सपूत अली व वार्ड नम्बर 14 पावर हाउस के पास खाटू श्याम जिला सीकर निवासी बाबूलाल नायक हैं। जबकि फरार मुख्य आरोपी बाकोटी जिला झुंझुनंू निवासी कालू उर्फ रविन्द्र गुर्जर है। मृतक युवक मृतक गैरोली निवासी जोधराज पुत्र बाबूलाल कुमावत है। आरोपी दोस्तों के बुलावे पर जोधराज 29 अक्टूबर को कार लेकर गया था। शिवदासपुरा मिले तीनों आरोपी ने जोधराज को शराब का सेवन करा सीकर जिले के बीलवा गांव के जंगलों में ले जाकर कपड़े का फंदा लगा एवं मारपीट कर मौत के घाट उतार शव कुए में फेंक दिया। इसके बाद आरोपी ने मृतक जोधराज का मोबाइल हरियाणा में एक दुकानदार को बेच कई जगह घुम कार बेचने का प्रयास किया असफल रहने पर कार बबाई के जंगलों में खड़ी कर फरार हो गए। मृतक जोधराज के पिता गैरोली निवासी बाबूलाल कुमावत ने 02 दिसम्बर को आरोपी के खिलाफ अपहरण एवं हत्या का मामला दर्ज कराया था। गौरतलब है फरार मुख्य आरोपी कालू उर्फ रविन्द्र गुर्जर की तलाश में उच्चाधिकारियों के निर्देश पर उपनिरीक्षक भंवरलाल मीणा सहित पुलिस टीम गई थी, लेकिन असफल होकर चार दिन बाद वापस लौट आई थी। हालांकि टीम बबाई के जंगल से कार को बरामद कर थाने ले आई।