जोधपुर पुलिस की बड़ी करतूत, बजरी सप्लायर को 1 किलो अफीम थमाकर वसूले 6 लाख रुपये, CI समेत 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड


घटना की जानकारी पुलिस कमिश्नर के पास आने पर उन्होंने सीआई जुल्फिकार अली, कांस्टेबल शांतिलाल, ज्ञानचंद मीणा और सरदार सिंह को सस्पेंड कर दिया.
Big game of jodhpur police; जोधपुर पुलिस ने भ्रष्टाचार की सभी हदें पार करते हुये एक बजरी सप्लायर से 6 लाख रुपये की अवैध वसूली कर डाली. पुलिस ने यह वसूली बजरी सप्लायर को 1 किलो अफीम (Opium) पकड़ाकर की.
जोधपुर. सीएम अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर (Jodhpur) में खाकी पर एक बार फिर से दाग लगा है. यहां एक बजरी सप्लायर से पुलिस (Police) द्वारा जबरन 6 लाख की वसूली करने का मामला सामने आया है. हैरान करने वाली बात यह सामने आ रही है कि पुलिस ने बजरी सप्लायर से यह रकम उसे एक किलो अफीम देकर वसूली है. मामला जब पुलिस कमिश्नर तक पहुंचा तो उन्होंने एक पुलिस निरीक्षक और तीन सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है.
वसूली का यह मामला कुड़ी भगतासनी थाने से जुड़ा है. दस दिन पहले कुड़ी भगतासनी थाना पुलिस ने एक बजरी सप्लायर को जबरन एक किलो अफीम की थैली थमा कर उससे 6 लाख रुपए की डिमांड कर दी. पुलिस ने 6 लाख रुपए नहीं देने पर बजरी सप्लायर को एनडीपीएस एक्ट में फंसाने की धमकी दी. इसके बाद बजरी सप्लायर ने अपने साले से 6 लाख रुपए पुलिस के बताए जगह पर पहुंचा दिए. 6 लाख रुपए आने के बाद पुलिस ने बजरी सप्लायर को छोड़ दिया. दस दिन बाद घटना की जानकारी पुलिस कमिश्नर के पास आने पर उन्होंने सीआई जुल्फिकार अली, कांस्टेबल शांतिलाल, ज्ञानचंद मीणा और सरदार सिंह को सस्पेंड कर दिया.
तीन कांस्टेबलों ने खेला वसूली का खेल
जानकारी के अनुसार कुड़ी हाउसिंग बोर्ड में कालू बाबल का डंपर चलता है. 20 मई को कुड़ी थाने के तीन कांस्टेबलों ने सादी वर्दी में कालू को रोककर जबरन अपनी गाड़ी में बैठा लिया. तीनों कांस्टेबल ने कालू को एक किलो अफीम की थैली थमाकर उसको एनडीपीएस एक्ट में फंसाने की धमकी देते हुये 6 लाख रुपए की डिमांड कर डाली. कालू ने डरकर अपने साले स्वरूप से 6 लाख रुपए मंगवाए और तीनों कांस्टेबल को वह रकम देकर अपनी जान छुड़वाई.थानाप्रभारी को भनक तक नहीं लगी
हैरान करने वाली बात यह रही कि थानाप्रभारी सीआई जुल्फिकार अली को इस मामले की भनक तक नहीं लगी. इसके बाद डीसीपी आलोक श्रीवास्तव ने तो तीनों कांस्टेबल को सस्पेंड किया. पुलिस कमिश्नर ने इसके साथ ही सीआई जुल्फिकार अली को लापरवाही और मॉनिटरिंग में चूक करने के आरोप में सस्पेंड कर दिया.
मामला खुला तो पीड़ित को पैसे भी लौटा दिए
इस बीच जैसे ही वसूली का खेल बिगड़ने लगा तो कांस्टेबल ज्ञानचंद, शांतिप्रकाश और सरदार सिंह ने तुरंत कालू व उसके साले स्वरूप की तलाश शुरू कर उनको 6 लाख वापस देकर मामले को दबाने में लग गए. पैसे लौटा कर उन्होंने कालू और स्वरूप को धमकाया की मामला बाहर नहीं आना चाहिए. लेकिन खेल बिगड़ने पर तीनों कांस्टेबल गायब हो गए. लिहाजा पुलिस प्रशासन ने तीनों कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया.