थाने के सफाईकर्मी की बेटी की शादी में मामा बनकर पहुंचे पुलिसकर्मी

खाकी का नाम आते ही भले ही लोगों के जेहन में पुलिस का सख्त चेहरा सामने आता हो, लेकिन कई पल ऐसे भी आते है जब पुलिसकर्मी किसी के मसीहा बनकर तो किसी गरीब की उम्मीद की किरण बनकर सामने आते है। ऐसा ही नजारा विश्वकर्मा थाना पुलिसकर्मियों में भी दिखा, जहां उन्होंने सामाजिक सरोकार अनूठा उदाहरण पेश किया। सोमवार को थाने में साफ सफाई करने वाले की बेटी की शादी थी। थाना प्रभारी रमेश सैनी सहित अन्य पुलिसकर्मी मामा बनकर पहुंचे, दुल्हन सहित पूरे परिवार के लिए कपड़े ले गए तथा 60 हजार रुपए नकद मायरे में भरे। जिसे देख मौजूद लोगों ने पुलिस की जमकर सराहना की। जानकारी के अनुसार निवासी माउंट रोड ब्रह्मपुरी जयपुर अजय गोयर कई वर्षों से थाने में साफ सफाई काम कर रहा है जिसकी बेटी निकिता का विवाह सोमवार को हो रहा था और अजय की आर्थिक स्थिति सही नहीं थी और जैसे-तैसे बेटी की शादी कर रहा था। यह बात जब थाना प्रभारी रमेश सैनी को पता लगी तो उन्होंने मदद की ठानी। उन्होंने व थाने के स्टाफ ने न केवल इस जिम्मेदारी को तहेदिल से उठाया बल्कि एक रिश्तेदार की तरह सभी वर्दी में मायरा लेकर पहुंचे। जैसे ही शादी में पुलिसकर्मी पहुंचे तो हर व्यक्ति के चेहरे पर खाकी के इस मानवीय रूप को देखकर तारीफ करता दिखा। जहां ढोल नगाड़ों से थाना प्रभारी व स्टाफ का स्वागत किया गया। आपको बता दें कि इससे पहले भी हरमाड़ा मैं थाना प्रभारी रमेश सैनी ने एक चाय वाले की बेटी की शादी में मायरा भरा था।
शादी में बेटी को ओढ़ाई चुनरी…..
थाना प्रभारी सहित कई पुलिसकर्मी सफाई कर्मी की बेटी की शादी में पहुंचे और चुनरी ओढ़ाई। तथा पूरे परिवार को नए पकड़े भेंट में दिए। मायरे की थाली में पुलिसकर्मियों ने 60 हजार रुपए की राशि रखी। इस दौरान महिलाओं ने मामा बनकर आए पुलिसकर्मियों के स्वागत में मंगल गीत गाए। थाने के पुलिसकर्मियों द्वारा इतना कुछ करते देख अजय के आंखों से आंसू छलक गए। बोला, साहब इतना कुछ करने की कहा जरुरत थी। तो वे बोले तुम भी तो हमारे परिवार का हिस्सा हो। हमारे थाने पहुंचने से पहले थाने में घर की तरह साफ-सफाई करते हो तो तुम्हारे लिए हम इतना तो कर ही सकते हैं। उनका यह जवाब सून सबके चेहरों पर मुस्कान आ गई।