दौसा : नाकेबंदी के दौरान वसूली के मामले में एएसआई सहित चार पुलिसकर्मी सेवा से बर्खास्त

Four Policemen Dismissed In Extortion Case : दौसा। कार सवारों से नाकाबंदी के दौरान जबरन वसूली के मामले में दौसा (Dausa) महिला थाना के एक एएसआई सहित चार पुलिसकर्मियों को कोतवाली थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं इस मामले में एसपी वंदिता राणा ने सख्त कार्रवाई करते हुए चारों पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया। कोतवाली थाना प्रभारी हीरालाल सैनी ने बताया कि आरोपी एएसआई विनय कुमार, कांस्टेबल राजेश, सुरेश व शिवचरण को गिरफ्तार कर बुधवार को जिला अस्पताल में मेडिकल कराया गया। इसके बाद न्यायालय में पेश किया। जहां से चारों को दो दिन के पुलिस रिमाण्ड पर सौंपा गया है।
गौरतलब है कि सीकर जिले के दादिया थाना क्षेत्र के गुमाना का बास निवासी वीरेंद्र कुमार जाखड़ ने मंगलवार दोपहर मामला दर्ज कराया था कि वह मोटर गैराज व वाहनों की रिसेलिंग का कार्य करता है। 16 अक्टूबर को गाड़ी खरीदने के लिए साथी अनिल व अरुण के साथ कार से आगरा के लिए रवाना हुआ था।
उनके पास 5 लाख रुपए नकद थे। रात करीब साढ़े बाहर बजे दौसा कलक्ट्रेट सर्किल पर नाकाबंदी कर रहे पुलिसकर्मियों ने उनकी कार रुकवाकर तलाशी ली तो बैग में नकदी मिली। पुलिस ने नकदी के बारे में पूछताछ की तो उन्होंने गाड़ी खरीदना बताया।
कार में रुपए देख धमकाया
पीडि़त ने रिपोर्ट में आरोप लगाया कि कार में नकदी मिलने के बाद पुलिसकर्मियों ने उन्हें धमकाते हुए कहा कि नकदी जब्त होगी और गिरफ्तार भी किया जाएगा, 2 महीने तक जमानत नहीं होगी। इसके बाद 50 हजार रुपए निकाल बैग को लौटा दिया गया और शेष रकम ना देखने दी और गिनने दी। दोनों साथियों को बैग देकर बस में बैठा दिया और पीडि़त को कार से बस के पीछे-पीछे जाने को कहा।
दोनों साथी बस से महुवा उतरे और कार में बैठे। इसके बाद आगरा के फतेहपुर सीकरी पहुंचकर बैग में रकम संभाली तो 3 लाख 50 हजार रुपए ही निकले। पीडि़त का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने 50 हजार की जगह 1.50 लाख रुपए निकाल लिए थे। इसके बाद पीडि़तों ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर मामले में सख्त कार्रवाई कर आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी के बाद सेवा से बर्खास्तगी की गई।