धरती से तीन हजार प्रकाश वर्ष दूर तारे में होगा विस्फोट, सितंबर में दिखेगा

न्यूयॉर्क. पृथ्वी से तीन हजार प्रकाश वर्ष दूर टी कोरोना बोरेलीज (T Coronae Borealis) स्टार सिस्टम में इस वर्ष सितंबर के आसपास बड़ा विस्फोट होगा। यह ब्रह्मांड में होने वाली सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन इस बार खगोलीय घटना को नंगी आंखों से देखा जा सकेगा। इस घटना को नोवा कहत हैं और यह तब होता है जब किसी सफेद बौने तारे में अचानक थोड़ी देर के लिए धमाका होता है। यह विस्फोट इतना चमकीला होता है कि इसे सैकड़ों प्रकाश वर्ष दूर से देखा जा सकता है। नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक हमारी आकाशगंगा में टी कोरोना बोरेलीज सिस्टम में मौजूदा बौने तारे में धमाके की रोशनी करीब एक सप्ताह तक रहेगी, यानी इसे एक सप्ताह तक रात को आसमान में देखी जा सकती है। प्रत्येक 80 वर्ष में इस सिस्टम में ऐसा विस्फोट होता है। इससे पहले 1946 में ऐसा धमाका हुआ था। टी कोरोना बोरेलीज को ब्लेज स्टार भी कहा जाता है, जो कोरोना बोरेलीज तारामंडल में मौजूद एक बाइनरी सिस्टम है। इसमें एक मृत सफेद बौना तारा और एक बूढ़ा हो रहा लाल डेविल स्टार मौजूद है। यह डेविल स्टार तब बनते हैं, जब उनके भीतर हाइड्रोजन खत्म हो जाती है और वे मरने लगते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है हमारे सूर्य का भी 5 से 6 अरब साल बाद यही अंजाम होना है।
क्यों होता है विस्फोट
दो तारे एक-दूसरे के पास होते हैं तो इंटरेक्ट करते हैं। टी कोरोना बोरेलीज में एक लाल दानव तारा और एक सफेद बौना तारा है। जब लाल तारा जब धीरे-धीरे गर्म होने पर उसकी बाहरी परतें छूटकर सफेद बौने तारे पर गिरने लगती हैं। इससे सफेद बौना तारा तेजी से गर्म होता है और इतनी ऊर्जा जमा हो जाती है कि भयंकर परमाणु विस्फोट होता है। इस विस्फोट को ही नोवा कहते हैं। किसी बड़े तारे में भयानक विस्फोट को सुपरनोवा कहते हैं।