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कुछ भी कर लें, दिमाग से इस चीज को हटाए बिना नहीं घटेगा मोटापा, यहां जान लीजिए वजन कम करने की विधि

हाइलाइट्स

हाई कॉर्टिसोल के कारण शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ जाता है और शरीर में फैट जमा होने लगता है.
अगर क्रोनिक तनाव या स्ट्रेस है तो वजन कम नहीं होगा.

Weight Loss Tips: मोटापा अपने आप में बहुत बड़ी बीमारी है. डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 30 सालों में मोटे लोगों की संख्या 3 गुना बढ़ी है. करीब 2 अरब से ज्यादा लोग ज्यादा वजन के शिकार हैं. यहां तक कि बच्चों का भी वजन बढ़ा हुआ है. 2020 के आंकड़ों के मुताबिक 5 साल से कम उम्र के 3.9 करोड़ बच्चे भी ज्यादा वजन के शिकार हैं. मोटापे के कारण डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है. मोटापे के कई कारण होते हैं. आमतौर पर गलत तरह के अनहेल्दी फूड और शिथल जीवनशैली के कारण मोटापा बढ़ता है. मोटापा घटाने के लिए लोग तरह-तरह के प्रयोग करते हैं. कुछ लोग घंटों जिम में पसीना बहाते हैं तो कुछ लोग घंटों मीलों चलते हैं या दौड़ते हैं. कुछ लोग तो कई-कई दिनों तक भूखे रह जाते हैं. इन सबके बावजूद वजन कम नहीं होता. अगर आपके साथ भी ऐसा है तो समझिए कि आपको क्रोनिक तनाव या स्ट्रेस है जिसकी वजह से वजन कम नहीं हो रहा है.

क्रोनिक स्ट्रेस है मुख्य वजहें

हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक गतिहीन जीवनशैली जैसे कि हमेशा घर या ऑफिस के अंदर में रहना, आर्टिफिशियल लाइटें, शहरी जीवन, रात में स्क्रीन टाइम जैसे आधुनिक सुख सुविधाओं ने लोगों में क्रोनिक तनाव को बढ़ा दिया है. बहुत से लोगों को पता भी नहीं होता कि उन्हें तनाव है. अगर आप समय समय पर बोर हो रहे हैं तो यह भी तनाव की वजह हो सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक तनाव के कारण व्यापक पोषक तत्वों की कमी हो जाती है. इस स्थिति में लोग इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ जाता है जिससे कार्बोहाइड्रैट का मेटाबोलिज्म हो नहीं पाता है और वजन बढ़ जाता है.

कॉर्टिसोल हार्मोन भी बड़ी वजह

जब तनाव होता है तो तनाव से संबंधित हार्मोन कॉर्टिसोल की मात्रा बढ़ जाती है. एक रिसर्च के मुताबिक स्ट्रेस हार्मोन बढ़ने से शरीर की 1600 प्रक्रियाओं पर असर पड़ता है. कॉर्टिसोल एंटी डाययूरेटिक हार्मोन (एडीएच) को बढ़ाता है, जिसके कारण फ्लूड रिटेंशन और पफीनेस का जोखिम बढ़ जाता है. जब शरीर में कॉर्टिसोल की मात्रा बढ़ जाए तो थायराइड का फंक्शन गड़बड़ा जाता है. इससे मेटाबोलिज्म और डाइजेशन धीमा हो जाता है और अंततः मोटापा बढ़ने लगता है. हाई कॉर्टिसोल से कुशिंग सिंड्रोम होने लगता है. इससे तेजी से वजन बढ़ने लगता है. हाई कॉर्टिसोल के कारण शरीर में मैग्नीशियम, पोटैशियम की कमी होने लगती है जिससे इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ जाता है और शरीर में फैट जमा होने लगता है. एचटी की खबर ने डॉक्टरों के हवाले से बताया है कि कॉर्टिसोल के बढ़ने से प्रोजेस्ट्रॉन हार्मोन दब जाता है जिसके कारण एस्ट्रोजन हार्मोन प्रभावशाली होने लगता है. एस्ट्रोजन हार्मोन फैट को स्टोरेज में मदद करता है.

वजन कम करने की सॉलिड विधि

वजन कम करने का सबसे बेहतर तरीका यह है जिस तरीके से वजन बढ़ा है, उन तरीकों में कमी लाकर वजन को घटाया जा सकता है. इसके लिए रोजाना ब्रिस्क एक्सरसाइज कीजिए. इसमें तेज वॉक या रनिंग, साइक्लिंग, स्विमिंग इत्यादि कीजिए. भोजन पर लगाम लगाएं. हेल्दी खाना खाइए और जंक फूड, फास्ट फूड, प्रोसेस्ड फूड, सिगरेट, शराब का सेवन छोड़ दीजिए. भोजन का अधिकांश हिस्सा हरी पत्तीदार सब्जियां, ताजे फल और साबुत अनाज को बनाइए. इसके बाद पर्याप्त नींद लीजिए और तनाव को घटाइए. अगर तनाव नहीं घट रहा तो योग, ध्यान की मदद लीजिए.

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Tags: Health, Health tips, Lifestyle, Obesity

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