Rajasthan

पथरीली जमीन पर डॉक्टर ने लगाए खेत में 800 पौधे, जैविक विधि से प्राप्त कर रहे उत्पादन

कृष्ण कुमार/नागौर : कहते हैं कि किसान अपनी जमीन पर किसी भी फलदार पौधे हो या किसी फसल की खेती कर उसका उत्पादन भी बढ़ा सकते हैं लेकिन इस बार किसान नहीं बल्कि एक डॉक्टर के द्वारा अपनी खाली पड़ी पथरीली जमीन पर जैविक खेती की मदद से पांच बीघा खेत में 800 से अधिक पौधे जगह जगह पर लगा दिए है. जिससे डॉक्टर को अलग से आय प्राप्त हो रही है.

दरअसल, डॉक्टर महेन्द्र प्रजापत बताते है कि पत्थरीली जमीन पर अच्छी फसल प्राप्त नही हो रही थी तो कृषि विशेषज्ञों से सलाह ली कि इस जमीन पर किस प्रकार की खेती की जाये जिससे आय प्राप्त हो सके है ऐसे मे विशेषज्ञो व किसानों से सलाह लेने के बाद मैने फलदार व ईमारती पौधों की खेती की. वही इस खेती की शुरुआत कोरोनाकाल में की. कोरोना मे समय का सदुपयोग करते हुऐ इस खेती की शुरुआत की.

तरह तरह किस्म के लगाए पौधे

डॉ. महेन्द्र प्रजापत बताते है कि सबसे पहले हमने थाई एप्पल बेर की के वृक्ष लगाऐ .वही इन पौधो के स्थापित करने में 10-10 का गैप रेखा जिससे यह पौधे फैले तो आपसे में टकराए ना. वहीं खेत में 12 पेड़ आम के हैं जो पत्थरीली व रेगिस्तान की जमीन पर सक्सेस हो गऐ. 12 पेड़ संतरा व मौसमी है कि जो इस वर्ष फल देने प्रारंभ हो गऐ है.

250 थाई एप्पल बेर के लगाए पेड

10 पौधे चीकू के लगाऐ है जो इस वर्ष फल देना प्रारंभ कर दिया है. 10 पेड़ शहतूत के लगाए है. 25 पेड़ अनार के लगाए है. वहीं 25 पेड़ जामुन के लगाए हैं. 50 पेड़ आंवला तथा 50 पेड़ नींबू के लगाए है जो बाहरमासी फल देता है. 250 पेड़ थाई एप्पल बैर के लगाऐ है जो पिछले वर्ष ही पेड़ पर फल देना आरंभ हो गए हैं. वहीं 356 पेड़ जिसमें मालाबार नीम, मोगरी तथा सागवान के शामिल है.

पौधे लेने के लिए इन नंबरों पर कर सकते हैं संपर्क

डॉक्टर महेन्द्र प्रजापत ने बताय कि कोरोना के बाद लगाऐ गऐ है जिसमे कुल सात लाख के आसपास खर्च आया था. वही प्रजापत का कहना है कि इन पौधो को यहां पर सक्सेस करने के लिए जैविक खाद का प्रयोग किया गया तथा खेत की डलान साईड में फॉर्मपौंड बनाकर बारिश का पानी इकट्टा करके इन पौधों के बूंद बूंद पद्धति से करते है. यदि आप इस खेती करना चाहते है तो महेन्द्र प्रजापत से 9929679848 संपर्क कर सकते हैं.

Tags: Local18, Nagaur News, Rajasthan news

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