Rajasthan
पानी तेज की लहरों में बहा घोड़ा, बचाने के लिये जुटा उदयपुर, 2 घंटे बाद मिली सफलता Rajasthan News-Udaipur News-Tauktae cyclone-horse Flow in the waves of water-Rescue operation


2 घंटे तक की कड़ी मशक्कत के बाद घोड़े को बाहर निकाला जा सका.
Effect of Tauktae cyclone: ताउते तूफान के कारण झीलों की नगरी उदयपुर में एक घोड़ा जबर्दस्त मुसिबत में फंस गया. नाले के किनारे बंधा यह घोड़ा (Horse) पानी के तेज बहाव के साथ बह गया. बाद में रेस्क्यू टीम ने कड़ी मेहनत करके इससे 2 घंटे बाद सुरक्षित बाहर निकाला.
उदयपुर. चक्रवाती तूफान ताऊते (Tauktae cyclone) के कारण उदयपुर के आसपास के इलाकों में हुई मूसलाधार बारिश से शहर की झीलों में पानी की आवक अचानक से बढ़ गयी है. झीलों का जलस्तर अचानक बढ़ने से प्रशासन ने स्वरूप सागर के गेट खोल कर पानी छोड़ दिया. लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण छोड़ा गया पानी शहर में पंचवटी के समीप नाले में बंधे एक घोड़े (Horse) के लिए परेशानी का सबब बन गया. जानकारी के अनुसार घटना बुधवार की है. यहां स्वरूप सागर से छोड़े गये पानी का स्तर बढ़ने के साथ पंचवटी में नाले के पास बंधा घोड़ा पानी में बहने लगा. घोड़े को बहते देखकर लोग वहां पर एकत्र हो गये. लोगों ने इसकी सूचना नागरिक सुरक्षा विभाग के वोलियेंटर को दी. इस पर मौके पर पहुंची टीम ने घोड़े को निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू किया. रेस्क्यू टीम को घोड़े को निकालने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा. इस दौरान नागरिक सुरक्षा विभाग का एक वोलियेटर भी पानी में बहने से बाल-बाल बचा. घोड़ा पुल के नीचे वाले नाले के अंदर घुस गया घोड़े का रेस्क्यू कर रहे नागरिक सुरक्षा विभाग के वोलियेंटर राहुल यादव घोड़े के साथ पंचवटी स्थित गुमानियावाला नाले से होते हुए आलू फैक्ट्री के पुल तक गए ताकि घोड़े को आसानी से बाहर निकाला जा सके. इसी दौरान अचानक से नाले में पानी का स्तर और अधिक बढ़ गया. पुल के पास आते ही घोड़ा पुल के नीचे वाले नाले के अंदर घुस गया. इस दौरान रेस्क्यू टीम के सदस्य राहुल भी घोड़े के साथ पानी में खिंच गये और लगभग 30 फीट तक पानी के अंदर बहते चले गये.2 घंटे तक की मशक्कत के बाद घोड़े को बाहर निकाला जा सका कुछ ही क्षणों में रेस्क्यूकर्मी राहुल ने सतर्कता दिखाते हुए एक पेड़ को पकड़ कर अपने आप को संभाला. नागरिक सुरक्षा विभाग के वोलियेंटर लगभग 2 घंटे तक घोड़े को नदी से बाहर निकलने का प्रयास करते रहे. इसके बाद जाकर उन्हें घोड़े को बाहर निकालने में सफलता मिली.