पैराटीचर्स, संविदाकर्मियों को नियमित नहीं करने पर कैबिनेट मंत्री हेमाराम ने उठाए सवाल

जयपुर। राजधानी जयपुर में पिछले 1 महीने से भी ज्यादा समय से धरने पर बैठे मदरसा पैराटीचरों और संविदा कर्मियों को नियमित नहीं करने के मामले पर अब कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी ने सवाल उठाए हैं। वन मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि पैराटीचरों, मदरसा पेराटीचरों और संविदा कर्मियों को नियमित करने का वादा कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में किया है।
सरकार बने 3 साल हो गए हैं, ऐसे में मदरसा पैरा टीचर और संविदा कर्मियों की मांग जायज है। हेमाराम चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मांग की है कि मदरसा पैराटीचर और संविदा कर्मियों से वार्ता कर जल्द ही उनका धरना समाप्त करवाया जाए और उन्हें नियमित करने की प्रक्रिया अपनाई जाए।
मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में भी उठ चुका है मामला
वहीं हेमाराम चौधरी ने मंगलवार शाम को मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने मदरसा पैराटीचरों और संविदा कर्मियों को नियमित करने का मामला मंत्रिपरिषद में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समक्ष उठाया था, जिस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संविदा कर्मियों और मदरसा पैरा टीचरों के लिए सर्विस कैडर बनाकर इस मामले को जल्द हल करने का आश्वासन भी दिया था। हेमाराम चौधरी का कहना है कि इस मामले को लेकर सारी बात मंत्रिमंडल की बैठक में हो चुकी है और उस पर जल्दी फैसला भी होगा।
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी ने 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में मदरसा पैराटीचरों और संविदा कर्मियों को नियमित करने का वादा किया था। वहीं नियमित करने की मांग को लेकर पिछले 37 दिनों से राजधानी जयपुर में अलग-जगह पर मदरसा पैराटीचर, पंचायत सहायक, नर्स संविदा कर्मी धरने प्रशन कर रहे हैं और मंत्री विधायकों के घरों का घेराव भी कर रहे हैं। दूसरी ओर अब सरकार के मंत्रियों की ओर से ही सवाल खड़े करने पर सरकार के सामने भी से जल्द से जल्द इस मामले का निस्तारण करने का दबाव बढ़ गया है। हाल ही में कुछ मदरसा पैराटीचर रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के काफिले के सामने भी विरोध करते हुए नजर आए थे।