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फूड प्वाइजनिंग का शबब बन सकता है आपकी थाली की ये चीजें, सलाद में भी हो सकता इश्चेरिया बैक्टीरिया

हाइलाइट्स

प्रेग्नेंट महिलाओं और बुजुर्गों को खाने-पीने में अत्यधिक सतर्कता बरतनी चाहिए.
सलाद जैसे कई फूड आइटम में हो सकता है इश्चेरिया बैक्टीरिया.

Food Poisoning from Cheese: फूड प्वाइजनिंग मतलब भोजन में जहर की मात्रा का ज्यादा होना. इसकी वजह से पेट में गड़बड़ियां और उल्टी या मतली होती है. इतनी बात लगभग हम सब जानते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि सलाद या बटर या चीज से भी फूड प्वाइजनिंग हो सकता है. हाल ही अमेरिका के कई राज्यों में फूड प्वाइजनिंग के जब कई मामले सामने आए तो यह पता चला कि डेयरी प्रोडक्ट्स, सलाद जैसे कई खाने के आइटम में लिसचेरिया मोनोसाइटोजिंस नाम के बैक्टीरिया का वजूद था. यह बैक्टीरिया चीज, सलाद आदि फूड आइटम को प्रभावित कर देता है. इसी बैक्टीरिया को फूड प्वाइजनिंग की प्रमुख वजह मानी गई. इसके बाद अमेरिका के कई राज्यों से डेयरी प्रोडक्ट सहित कई फूड आइटम को रिकॉल यानी बेचने के अनुपयुक्त मानकर बाजार से वापस ले लिया गया.

क्यों बैक्टीरिया से हो गया संक्रमित

लिसचेरिया मोनोसाइटोजिंस बैक्टीरिया किसी भी फूड आइटम को संक्रमित कर सकता है. फूड को कई तरह के जर्म भी प्रभावित कर सकते हैं जिसके कारण भोजन दूषित हो जाता है. इसकी वजह है कि फूड आइटम को सही से दूषित रोधी नहीं बनाया गया. जब भोजन कच्चा रहता है, सब्जियों को सही से धोया नहीं जाता या पकाया नहीं जाता या स्टोर सही से नहीं हुआ रहता या बहुत दिनों तक बाहर खुले में छोड़ दिया जाता या संक्रमण वाली बीमारियों से ग्रस्त लोगों द्वारा भोजन को छुआ जाता है, तब इन स्थितियों में फूड आइटम को बैक्टीरिया दूषित कर सकता है.

लिश्चेरिया बैक्टीरिया से हुए फूड प्वाइजनिंग के लक्षण

लिश्चेरिया बैक्टीरिया से दूषित भोजन के कारण जब फूड प्वाइजनिंग होता है तब आमतौर पर हेल्दी लोगों को मामूली पेट में हलचल जैसा महसूस होता है. लेकिन जो लोग जोखिम वाले हैं, यानी जो लोग बीमार हैं, या कमजोर हैं या इम्यूनिटी कमजोर हैं या मोटे हैं, या जिन लोगों का डाइजेशन खराब है, उन लोगों को इसका ज्यादा खामियाजा भुगतना पड़ता है. इसके लक्षण को शरीर में आने पर कुछ सप्ताह से लेकर तीन महीनों तक का समय लग सकता है. अधिकांश लोगों को जब इस बैक्टीरिया के कारण इंफेक्शन होता है तो फ्लू वाले लक्षण आमतौर पर दिखते हैं. इसमें फीवर, डायरिया, उल्टी आदि सामने आते हैं. इन स्थितियों में आमतौर पर अस्पताल जाने की नौबत नहीं आती. लेकिन जो बुजुर्ग होते हैं या प्रेग्नेंट हैं या कमजोर इम्यूनिटी वाले हैं उन लोगों में ज्यादा खतरा रहता है. प्रेग्नेंट महिलाओं के पेट में पल रहे बच्चे को नुकसान हो सकता है. इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओं को चीज, सलाद, कोल्ड कट, मीट आदि खाने में अत्यधिक सतर्कता बरतनी चाहिए. बहुत अच्छे तरीके से साफ और पूरी तरह से पका हुआ होना चाहिए. बासी चीजें नहीं खानी चाहिए. ज्यादा टेंपरेचर पर बैक्टीरिया मर जाता है, इसलिए सब्जियों को तेज आंच पर पकाएं.

कैसे लिश्चेरिया बैक्टीरिया को भोजन से हटाएं

न्यूयॉर्क टाइम्स में वर्मोर्ट यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर कैथरीन डोनेली ने बताया कि लिश्चेरिया बैक्टीरिया के लिए धरती ही घर है. यह मिट्टी के कणों में छुपा रहता है. धरती के संपर्क में जो चीजें आती हैं, उनमें यह घुस सकता है. प्लांट और छोटे-छोटे जीव इसके प्रमुख शिकार होते हैं. यह बैक्टीरिया विषण परिस्थितियों में भी बहुत दिनों तक जिंदा रह सकता है. यह बैक्टीरिया मुख्य रूप से चिकने या मुलायम सतहों पर ज्यादा चिपकता है. इसलिए डेयरी प्रोडक्ट का इस्तेमाल ज्यादा दिनों तक न करें. अगर बाहर से खरीदते हैं तो उसकी एक्सपायरी डेट जरूर देख लें.

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