Rajasthan
बाड़मेर में अस्थि कलश के लॉकर हुए हाउसफुल, अब मोक्ष कलश योजना से जाएंगे हरिद्वार

कोरोना (Corona) से मरने वालों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसके कारण श्मशान घाटों (Cremation Ground) में बने अस्थि कलश के लॉकर हाउसफुल हो चुके हैं.
कोरोना (Corona) से मरने वालों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसके कारण श्मशान घाटों (Cremation Ground) में बने अस्थि कलश के लॉकर हाउसफुल हो चुके हैं.
बाड़मेर. कोरोना महामारी (Corona Epidemic) में लोगों की मौतों (Death) का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. श्मशान घाटों में शवों को जलाने के लिए लगी कतारों के बीच सरहदी बाड़मेर (Barmer) के श्मशान घाट में अस्थि कलश के लॉकर अब हाउसफुल हो चुके हैं. लंबे समय से गंगा के पवित्र जल का इंतजार कर रही यह अस्थियां अब मोक्ष कलश योजना से हरिद्वार जाएगी. कोविड-19 महामारी में श्मशान घाटों में जगह कम पड़ रही है और लोग अपनों के शवों को लेकर घंटों इंतजार कर रहे हैं. सरहदी बाड़मेर जिला मुख्यालय के श्मशान घाट का आलम यह है कि यहां जन अनुशासन पखवाड़े के बाद से 77 शवों को जलाया गया है. जिनमें से 50 फीसदी कोविड संक्रमण की वजह से जान गंवाने वाले लोग थे. श्मशान घाट में बाड़मेर में अस्थि कलश के लॉकर अब हाउसफुल हो चले हैं. यहां बने 4 लॉकर जब हाउसफुल हुए तो श्मशान विकास समिति ने लकड़ी के बॉक्स बनाकर उन्हें इसमें रखने का इंतजाम किया है. श्मशान विकास समिति के भेरोसिंह फुलवरिया बताते हैं कि हालात पिछले साल से भी बदतर हो चले हैं. उनके मुताबिक 16 अप्रैल से अब तक 77 शवों का अंतिम संस्कार किया गया है. जिसमे से 28 शव कोरोना संक्रमित थे. अब हालात ऐसे हो गए हैं कि अस्थियों को रखने के लिए श्मसान विकास समिति के पास लॉकर नहीं हैं. ऐसे में लकड़ी के संदूक में ही अस्थियों को रखा जा रहा है. लंबे समय से श्मशान के लॉकर में पड़ी अस्थियां हरिद्वार और गंगा के पवित्र पानी का इंतजार कर रही हैं. ऐसे में राजस्थान सरकार की मोक्ष कलश योजना 2020 के तहत राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की नियमित एक्सप्रेस बस में हरिद्वार जाने व आने के लिये मोक्ष कलश के साथ दो यात्रियों को निःशुल्क यात्रा की अनुमति 5 मई से दी गई है.राजस्थान में संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की तैयारी, 5 मंत्रियों का समूह आज देगा अपने सुझाव राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के बाड़मेर आगार प्रबंधक उमेश नागर ने बताया कि राजस्थान सरकार की मोक्ष कलश योजना 2020 के तहत् एक अस्थि कलश के साथ हरिद्वार जाने-आने के लिये परिवार के दो सदस्यों को राजस्थान सरकार द्वारा रोडवेज की नियमित एक्सप्रेस बस सेवा में निःशुल्क यात्रा उपलब्ध करवाई गई है. मोक्ष कलश योजना 2020 के तहत पूर्व की भॉति निःशुल्क यात्रा के लिये पंजीयन के समय मृत व्यक्ति का पूर्ण विवरण, मृत्यु दिनांक, यात्रा हेतु परिवार के सदस्यों के नाम व उम्र, लिंग,आधार/जनाधार, मोबाईल नं. की आवश्यक जानकारी दिया जाना अनिवार्य होगा तथा इससे सम्बन्धित दस्तावेजों की प्रतियां साथ रखनी होगी. गौरतलब है कि देवस्थान विभाग की गाइडलाइन के अनुसार राज्य सरकार के निर्देशानुसार अब से सरकारी कर्मचारी एवं आयकर दाता इस सेवा के लिये अधिकृत नहीं होंगे.पंजीयनकर्ता द्वारा उपलब्ध करायी गई जानकारी झूठी पाये जाने पर किराये के साथ जुर्माने की राशि भी वसूल की जाएगी.