ब्रह्मांड में दो साल पहले हुआ विस्फोट था बिग बैंग के बाद सबसे शक्तिशाली
वॉशिंगटन. नासा के वैज्ञानिकों ने दो साल पहले ब्रह्मांड में हुए जबरदस्त धमाके की पहेली सुलझाने का दावा किया है। समूचा ब्रह्मांड 9 अक्टूबर, 2022 को रोशनी से नहा उठा था। गामा-किरणों के महाविस्फोट से जगमगाए अंतरिक्ष का वह दुर्लभ नजारा दुनियाभर में कई टेलिस्कोप ने कैद किया था।लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप की मदद से अमरीका की नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी में दो साल के शोध के बाद वैज्ञानिकों ने बताया कि वह बिग बैंग के बाद अंतरिक्ष में सबसे शक्तिशाली विस्फोट था। इसे ‘बोट’ (ब्राइटेस्ट ऑफ ऑल टाइम) नाम दिया गया। वैज्ञानिकों ने बताया कि यह तेज रोशनी पृथ्वी से 2.4 अरब प्रकाश वर्ष दूर धनु नक्षत्र से आई थी। महाविस्फोट एक विशाल तारे के टूटने के कारण हुआ था।
चमकीला जीआरबी
शोध की अगुवाई करने वाले डॉ. पीटर ब्लैकार्ड ने बताया कि 2022 का गामा-किरण विस्फोट (जीआरबी) इतना चमकीला था कि धमाके के शुरुआती कुछ महीनों में कोई सुपरनोवा सिग्नेचर नजर नहीं आया। जीआरबी के बाद का ऑफ्टरग्लो ऐसा था, जैसे किसी कार की हेडलाइट्स सीधे आपकी ओर आएं और कार नजर नहीं आए। सुपरनोवा देखने के लिए हमें चमक फीकी पडऩे का इंतजार करना पड़ा।
सोना-प्लेटिनम निर्माण तारों के टूटने से नहीं
शोधकर्ताओं का कहना है कि 2022 जैसी घटना पृथ्वी पर 10 हजार साल में एक बार देखने को मिलती है। वैज्ञानिकों का पहले अनुमान था कि सोना और प्लेटिनम जैसी धातुएं किसी बड़े, तेजी से घूमते तारे के टूटने पर बनती होंगी। ताजा शोध ने साफ कर दिया कि ऐसा नहीं होता। वैज्ञानिकों को यह गुत्थी अब भी सुलझानी है।