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माता-पिता की वजह से खुद को कंट्रोल करके रखती थीं दिव्यांका त्रिपाठी, सालों बाद खोला राज, कहा -अब मैं आजाद हूं

नई दिल्ली. एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी दहिया टीवी की सबसे पसंदीदा मां रही हैं. ‘ये है मोहब्बतें’ में उन्होंने इशिता भल्ला का किरदार निभाया था जो आज तक याद किया जाता है. एक बार फिर दिव्यंका ‘अदृश्यम’ में स्क्रीन पर एक मां की भूमिका निभा रही हैं. हालांकि इन्हीं सब के बीच उन्होंने अपने हालिया इंटरव्यू में दावा किया है कि वह अब पहले से कहीं ज्यादा बदल गई हैं.

Indianexpress.com से बातचीत के दौरान दिव्यांका ने अपने लेटेस्ट शो के बारे में बात की और खुलासा किया कि उनकी ऑन-स्क्रीन बेटी के साथ उनके सीन उनकी फेवरेट हैं.

कम उम्र में शुरू कर दिया था काम
दिव्यांका ने बहुत कम उम्र में काम करना शुरू कर दिया था. अपने काम में बने रहने के लिए उन्होंने खुद पर काम का बोझ भी बढ़ा दिया था. वह कहती हैं, ‘मैं बहुत पहले ही बड़ी हो गई थी. मैंने घर पर बहुत कम समय बिताया है, इसलिए अपने परिवार से दूर रहना मेरे लिए इतना मुश्किल नहीं था. मैं बहुत म्यैचोर थी. हर काम को दिल से किया. क्योंकि मैं कभी भी अपने माता-पिता से पैसे नहीं लेना चाहती थी. और न ही उन पर दबाव डालना चाहती थीं. मैं अपने जीवन को इस तरह से नियंत्रित करना चाहती थी कि कि वे यह सोचकर परेशान ना हो कि उनकी बेटी सुरक्षित है.

पूरी क्लास को किया गया था पनिशमेंट
एक बच्ची के रूप में वह कितनी जिम्मेदार थी, इस बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कैसे स्कूल में उनकी एक छोटी सी गलती की वजह से उसकी पूरी क्लास को पनिशमेंट किया गया था. उन्होंने कहा- मैं हमेशा एक बहुत ही जिम्मेदार बच्ची रही हूं, इसलिए मुझे बहुत कम मजा आया है, मैं शायद ही कभी गैरजिम्मेदार नहीं रही हूं. लेकिन हां, एक बार मैं क्लास में अपना टिफिन बॉक्स खाते हुए पकड़ी गई थी और पूरी क्लास को सजा दी गई थी. हम सभी को प्रिंसिपल के ऑफिस के बाहर खड़ा कर दिया गया क्योंकि उन्हें लगा कि अगर दिव्यांका ने ऐसा किया है तो इसका मतलब है कि पूरी क्लास अनुशासनहीन है.

खुद रखती हैं एकदम फ्री
दिव्यंका ने यह भी बताया कि वह अब कितनी बदल गई हैं, ‘मुझे अब पार्टी करने, ड्राइव पर जाने का मन करता है.मैं अब अपनी जिंदगी जीना चाहता हूं. जहां से मैंने शुरुआत की थी, मैं उससे बहुत अलग व्यक्ति हूं. उस समय मैं भी पैसों के लिए काम करती थी, मुझे जिंदा रहना था इसलिए मैं खुद पर काम का बोझ डाल देता था. लेकिन अब मैं अपने रिश्तों को महत्व देती हूं, मुझे उन लोगों के साथ रहना पसंद है जो मुझे प्यार करते हैं और मैं उनसे प्यार करती हूं. मैं खुद को आजाद रखती हूं. अब मैं अपना जीवन इस तरह से बांधती नहीं हूं बल्कि अब बैलेंस करती हूं.

Tags: Divyanka Tripathi

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