यशस्वी जायसवाल के दोहरे शतक के साथ बना अद्भुत रिकॉर्ड, भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ ये कमाल

यशस्वी जायसवाल ने इंग्लैंड के खिलाफ विशाखापट्टनम में खेले जा रहे पांच मैचों की सीरीज के दूसरे टेस्ट में दोहरा शतक जड़कर भारतीय टीम के स्कोर को 400 के करीब पहुंचाया है। भारत ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए पहली पारी में 396 रन स्कोर बोर्ड पर टांगे। जिनमें से 209 रन यशस्वी जायसवाल के बल्ले से आए। भारत के 50 प्रतिशत से ज्यादा रन अकेले यशस्वी ने बनाए। वहीं, भारत की ओर से अन्य कोई बल्लेबाज 40 रन के आंकड़े को भी पार नहीं कर सका। यशस्वी के दोहरे शतक से एक अजीबो-गरीब रिकॉर्ड बना है, इससे पहले ये कमाल वेस्टइंडीज के दिग्गज ब्रायन लारा के नाम था।
यशस्वी जायसवाल ने इंग्लैंड की टीम के खिलाफ शानदार 209 रनों की पारी खेली है। उनके बाद टीम इंडिया के लिए सबसे अधिक रन शुभमन गिल के बल्ले से आए। उन्होंने पहली पारी में 34 रन बनाए। भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ये पहली बार है, जब एक बल्लेबाज ने दोहरा शतक लगाया और टीम का अन्य कोई बल्लेबाज 50 रन का आंकड़ा तक नहीं छू सका।
याद आया ब्रायन लारा का दोहरा शतक
वर्ल्ड टेस्ट क्रिकेट में ये दूसरी घटना है, जब एक बल्लेबाज ने दोहरा शतक जड़ा और टीम का अन्य कोई बल्लेबाज 34 रन अधिक नहीं बना पाया है। इससे पहले ये घटना 2005 में घटी थी। जब वेस्टइंडीज के लिए ऑस्ट्रेलिया खिलाफ ब्रायन लारा ने 226 रन की पारी खेली थी और ड्वेन ब्रावो 34 रन के साथ दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे।
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में दूसरी घटना
बता दें कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ये दूसरी घटना है जब किसी बल्लेबाज के दोहरे शतक के बावजूद टीम 400 रन के आंकड़े को नहीं छू सकी है। इससे पहले ये घटना सितंबर 1983 में घटी थी। जब पाकिस्तान के खिलाफ जालंधर में अंशुमन गायकवाड़ ने 201 रनों की पारी खेली थी और टीम 374 रन पर सिमट गई थी। इस बार यशस्वी ने 209 रन बनाए और पूरी टीम 396 पर ऑलआउट हो गई।
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