यहां के प्रसिद्ध रामराजा मंदिर के इतिहास पर लिखी पुस्तक, इसमें जानें आध्यात्मिक महत्व और वास्तुशिल्प चमत्कार
जयपुर। रामनवमी पर साहित्यिक घराने और फिल्म निर्माण कंपनी ‘महागाथा’ ने अपनी आध्यात्मिक पुस्तक “रामराजा : श्री राम का राज्याभिषेक” की 50 हजार प्रतियां मुफ्त में वितरित करने की घोषणा की है। इसके माध्यम से कंपनी महागाथा लोगों में भगवान राम के प्रति आस्था को अधिक बल देना चाहती है। पुस्तक के माध्यम से ओरछा में रामराजा मंदिर के आसपास की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और इतिहास के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ने की उम्मीद है। धार्मिक पुस्तकों का वितरण पाठकों की चेतना को जागरूक करने और उन्हें भगवान राम की भव्य और उज्ज्वल विरासत को जानने और समझने का मौका देता है।
फिल्म निर्माता ऋषिकेष पांडे और पी. नरहरि (आईएएस) के संयुक्त प्रयासों द्वारा लिखित इस सहयोगी कृति को पिछले महीने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा लॉन्च किया गया था। यह पुस्तक ओरछा में प्रसिद्ध हिंदू तीर्थ स्थल रामराजा मंदिर के समृद्ध इतिहास, गहन आध्यात्मिक महत्व और वास्तुशिल्प चमत्कारों पर प्रकाश डालती है।
पुस्तक एक साहित्यिक कृति नहीं, रामजी की स्थायी विरासत का प्रमाण
पुस्तक के लेखक पी. नरहरि ने कहा कि ‘रामराजा’ के लॉन्च पर पाठकों की प्रतिक्रिया सुखद रही है।” रामनवमी पर इस पुस्तक के वितरण अभियान द्वारा राम की महिमा और ओरछा के धार्मिक महत्व को अधिक से अधिक पाठकों तक पहुंचाने के लिए रोमांचित हैं।” सह-लेखक ऋषिकेश पांडे ने कहा कि “पुस्तक को प्रकाशित करने के पीछे हमारा उद्देश्य पाठकों की धार्मिक चेतना को जगाना है। हम चाहते हैं कि वे भी इस पुस्तक को पढ़कर भगवान राम के बचपन की दिव्यता का अनुभव करें। यह पुस्तक सिर्फ एक साहित्यिक कृति नहीं है, बल्कि उनकी स्थायी विरासत का एक प्रमाण है।” हमारी सांस्कृतिक धरोहर है।” हालांकि यह पुस्तक ऐमेजॉन पर भी उपलब्ध है।
“रामराजा” का फिल्म रूपांतरण भी शुरू
पुस्तक वितरण के साथ ही फिल्म निर्माण कंपनी ‘महागाथा’ ने यह भी घोषणा की है कि “रामराजा” का फिल्म रूपांतरण भी शुरू हो गया है, जिसका निर्देशन ऋषिकेष पांडे द्वारा किया गया है। इसे फिल्म निर्माता भरत चौधरी द्वारा अपने बैनर करण-सी-प्रोडक्शन के तहत निर्मित किया गया है।