मौसम ने ली करवट और गले में होने लगी हलचल, छोड़िए झंझट, अपनाइए सदगुरु के बताए 4 मेथड, सांस की हर परेशानी होगी दूर!

Respiratory Problems in Monsoon Season: तपिश भरी गर्मी के बाद मौसम ने करवट ले ली है. मॉनसून ने भी दस्तक दे दी है लेकिन मौसम के करवट लेते ही इंफेक्शन वाली बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ गया है. जगह-जगह बैक्टीरिया, वायरस, फंगस जैसे सूक्ष्मजीवों ने लोगों पर हमला करना शुरू कर दिया है. चूंकि ये सारे सूक्ष्मजीव सबसे पहले मुंह में ही घुसते हैं, इसलिए सबसे पहले सांसों से संबंधित परेशानियां बढ़ती है. जैसे ही मौसम बदलता है सर्दी-खांसी, बुखार, बलगम का प्रकोप बढ़ जाता है. हालांकि इन परेशानियों में तुरंत डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ती है लेकिन अगर यह तीन-चार दिन भी शरीर में रह जाए तो इससे मन और शरीर दोनों थक जाता है. लेकिन यदि आप सद्गुरु के बताए कुछ खास मेथड का इस्तेमाल करते हैं तो इन समस्याओं से दो-चार होना ही नहीं पड़ेगा.
क्या है सद्गुरु के 4 मेथडसदगुरु ने इंस्टाग्राम पेज पर बताया कि यदि आपको सर्दी-खांसी, बलगम आदि से बचना है तो सबसे पहले डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करना बंद कर दें. इसके बाद 10-12 गोल काली मिर्च को हल्का तोड़ दें. इसे पाउडर न बनाएं बल्कि दरर दें. इसके बाद इसे शहद में डुबा दें. अब इसे रात भर 10 से 12 घंटे छोड़ दें. सुबह होते ही इसे चबा लें. सदगुरु का कहना है कि इससे बलगम की समस्या दूर हो सकती है. इसके बाद सदगुरु ने बताया कि यदि आप रेगुलर प्राणायाम करते हैं तो इससे भी बलगम नहीं होगा. सदगुरु ने इसके लिए चौथा मेथड भी बताया. उन्होंने कहा कि अगर आपको अस्थमा, सिनुसाइटिस या गले में म्यूकस फंसने जैसी शिकायते हैं तो आप हल्दी को गोल मिर्च के साथ सेवन करें. इसके अलावा आप हल्दी को अन्य चीज में मिलाकर खा सकते हैं. हल्दी-कर्पूर और हल्दी-नीम का कॉम्बिनेशन भी अच्छा होता है.
क्या कहते हैं डॉक्टरइंडियन एक्सप्रेस की खबर में पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. रेणु सोनी कहती हैं कि जब सर्दी-जुकाम बढ़ता है तो सांस की नली में म्यूकस भी बढ़ जाता है. यही म्यूकस बलगम है. इसमें म्यूकस मेंब्रेन, गंदगी, पानी और सेल्स होते हैं. कम मात्रा में यदि यह हो तो इससे फायदा है. इसमें सूक्ष्मजीव फंस के मर जाते हैं लेकिन इंफेक्शन होने पर यह बढ़ जाता है सांसों की नली में फंसने लगता है. इससे सांस लेने में तकलीफ होती है. डॉ. रेणु के मुताबिक डेयरी प्रोडक्ट का सेवन म्यूकस के प्रोडक्शन को बढ़ा देता है जिसके कारण गले की परेशानी ऐर बढ़ सकती है. दूसरी ओर गोल मिर्च में पीपेराइन कंपाउड होता है जो म्यूकस को पतला कर देता है. इस तरह देखा जाए तो गोल मिर्च भी सर्दी-जुकाम को कम कर सकता है. ऐसे में देखा जाए तो सदगुरु के बताए मेथड मेडिकली भी प्रूव है. योग या प्राणयाम सांसों से संबंधित बीमारियों को रोकता है, यह बात कई रिसर्च में भी प्रमाणित हो चुकी है.
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FIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 14:34 IST