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राजदूत के भाई के साथ होटल में क्या हुआ, चेन्नई से हैं ट्रेसलेस, मानवाधिकार आयोग पहुंचा मामला

हाइलाइट्स

बेलारूस में भारत के राजदूत के भाई का मामला पहुंचा मानवाधिकार आयोग.
चेन्नई से हुए ट्रेसलेस, मानव तस्करी में गायब होने की आशंका से डर में परिजन.

प्रियांक सौरभ/मुजफ्फरपुर. बेलारूस में भारत के राजदूत आलोक रंजन झा के अपने खास चचेरे भाई रवि कुमार झा का मामला राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग पहुंच गया है. अंदेशा जताया जा रहा है कि मामला मानव तस्करी से जुड़ा हो सकता है और संभव है कि इसी गिरोह का वह शिकार हो गए हैं. इसको लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में याचिका दायर हो गया है और इसको लेकर एक्शन भी शुरू हो गया है.

बता दें कि पूर्वी चम्पारण जिले के कुंडवा चैनपुर थाना के तेलहारा कलां गांव के निवासी विनोदानंद झा के पुत्र रवि कुमार झा, जो पेशे से इंजीनियर हैं और जिन्हें चेन्नई के एक कंपनी ने काम के लिए बुलाया था. बताया जाता है कि वहां उनकी ट्रेनिंग करवायी गई. ट्रेनिंग के बाद उन्हें सेल्समैन का काम दिया गया, लेकिन उन्होंने उक्त कंपनी में नौकरी नहीं की.

बताया जा रहा है कि इसके बाद वे अपने घर लौटने के लिए चेन्नई के एक होटल में रुक गये. होटल वालों ने परिजनों को फोन किया और पैसों का मांग की तो परिजन चेन्नई के उस होटल में पहुंचे, जहां होटल वालों ने रवि के परिजनों से पैसे की उगाही तो कर ली, लेकिन कोई जानकारी नहीं दी. स्थानीय पुलिस ने परिजनों को डांट-फटकार कर भगा दिया.

इसके बाद परिजन वहां से सीधे घर आये और मानवाधिकार अधिवक्ता एस. के. झा से संपर्क स्थापित किया. उन्होंने मानवाधिकार अधिवक्ता एस. के. झा के माध्यम से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, नई दिल्ली एवं तमिलनाडु राज्य मानवाधिकार आयोग, चेन्नई में दो अलग अलग याचिकाएं दायर कीं.

इस मामले की पूरी जानकारी राष्ट्रपति सचिवालय को दी गई. अधिवक्ता एस. के. झा ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला मानव तस्करी का प्रतीत होता है. मामला काफी गंभीर है और रवि की सुरक्षित एवं सकुशल बरामदगी हो सके, इस दिशा में कार्य कर रहे हैं.

Tags: Bihar News, Human trafficking, Human Trafficking Case, Muzaffarpur latest news, Muzaffarpur news

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