राजस्थान के इस शहर में शीतला माता के दर्शनों को उमड़ते हैं भक्त, जानें कब से भरेगा लक्खी मेला
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के दक्षिण दिशा में करीब 70 किलोमीटर की दूरी पर शीतला माता का मंदिर स्थित है। चाकसू कस्बे में स्थित माता का मंदिर एक पहाड़ी पर दूर से ही नजर आ जाता है। यहां सालभर भक्त दर्शन के आते हैं, लेकिन चैत्र माह में शीतला अष्टमी यानि बास्योड़ा के मौके पर यहां दो दिवसीय लक्खी मेला भरता है। इस स्थान को शील की डूंगरी के नाम से भी जाना जाता है। पहाड़ी के शीतला माता मंदिर में इस साल 31 मार्च व 1 अप्रेल को लक्खी मेला भरेगा।
मंदिर श्री शीतला माता ट्रस्ट के महामंत्री लक्ष्मण प्रजापति ने बताया कि मेले में मन्दिर ट्रस्ट की ओर से सफाई व्यवस्था, पानी-शौचालय की व्यवस्था, सीसीटीवी की व्यवस्था, मंदिर परिसर में रंग रोगन इत्यादि आवश्यक व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। रांधा पुआ और रात्रि को जागरण के साथ मेले का शुभारंभ होगा, जो 1 अप्रेल तक चलेगा। मेले में पधारने वाले दर्शनार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो, इसके लिए मन्दिर ट्रस्ट व्यवस्थाओं में लगा हुआ है।
ठंडे व्यंजनों का लगता है भोग
शीतला माता मंदिर का पक्का निर्माण लगभग 111 साल पूर्व में जयपुर दरबार सवाई माधोसिंह ने बनवाया था। मंदिर जयपुर जिले के चाकसू कस्बा के पास शील की डूंगरी पहाड़ी पर स्थित है। यहां शीतला अष्टमी के दिन भारी मेला लगता है। मेले के दिन ठंडे पकवानों का भोग लगाया जाता है। वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार आज भी यहां पर प्रजापत समाज के लोग ही पूजा करते हैं।