राहुल बोले, मै हिन्दु लेकिन हिन्दुत्वादी नहीं, इन्हें 2024 में सत्ता से उखाड़ना हैं

जयपुर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जयपुर के विद्याधनगर स्थित स्टेडियम में कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली को सम्बोधित किया। रैली में में राहुल गांधी ने महंगाई के साथ साथ किसानों और हिन्दुत्व के मुद्दों को लेकर मोदी और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। राहुल ने महंगाई को लेकर मोदी सरकार की नीतियों पर प्रहार किए। वहीं अपने आपको सच्चा हिन्दु बताते हुए भाजपा को हिन्दुत्व वादी की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि दोनों में बहुत फर्क है। महात्मा गांधी हिन्दु थे लेकिन नाथूराम गोडसे हिन्दुत्ववादी थे। हमें 2024 में ऐसे हिन्दुत्ववादियों को सत्ता से उखाड़कर फेंक देना है।
उन्होंने कहा कि कुछ भी हो जाए, हिन्दू सत्य को ढूंढता है। मर जाए, कट जाए लेकिन हिन्दू सच को ढूंढता है। उसका रास्ता सदैव सत्य का रहा है। पूरी जिन्दगी वो सच को ढूंढने में निकाल देता है। जबकि हिंदुत्ववादी पूरी जिंदगी सत्ता को ढूंढने और सत्ता पाने में निकाल देता है। वह सत्ता के लिए किसी को भी मार देगा। हिंदू का रास्ता सत्याग्रह होता है और हिंदुत्ववादी का रास्ता सत्ताग्रह होता है।
आरएसएस के लोग मंत्रियों के ओएसडी—
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पूरा देश चार-पांच उद्योगपतियों के हाथों में है। हर संस्थान एक संगठन के हाथ में है। मंत्रियों के ऑफिस में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के ओएसडी बने हुए हैं। हमारे देश को जनता नहीं चला रही है, तीन-चार पूंजीपति चला रहे हैं और हमारे प्रधानमंत्री उनके काम कर रहे है। राहुल गांधी ने कहा कि 700 किसान शहीद हुए, यहां हमने दो मिनट मौन रखा, संसद में मौन रखने नहीं दिया। चार सौ किसानों को पंजाब की सरकार ने 5 लाख रुपए दिए। उनमें से 152 को रोजगार दिला दिया है, बाकी को देने जा रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने पीछे से छुरा घोंपा है। आगे से नहीं पीछे से छुरा मारा। हिन्दुत्वादी हैं इसलिए पीछे से छुरा मारा। हिंदू आगे से मारता है, पीछे से नहीं मारता।
उन्होंने उद्योगपतियों को रियायत देने को लेकर भी मोदी पर तंज कसा। देश गरीबों, किसानों, छोटे दुकानदारों का है, ये ही लोग इस देश को रोजगार दे सकते हैं। अडानी अंबानी की जगह है लेकिन वो रोजगार पैदा नहीं कर सकते। रोजगार छोटे बिजनेस वाले, किसान पैदा कर सकते हैं।
रैली में प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार और भाजपा की रीति-नीति पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जनता के लिए काम नहीं कर रही है। यह सिर्फ गिने, चुने उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। केंद्र की सरकार झूठ, लालच और लूट वाली सरकार है। गोवा में एक उद्योगपति के कोयल को इधर से उधर ले जाने के लिए लोगों की मर्जी के खिलाफ सड़क बना रहे हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि तमाम राज्य सरकारें वित्तीय संकट में हैं, केंद्र चुप है। विकास होगा राज्य सरकारें करेंगी। संकट आएगा, राज्य पार पा सकते हैं। कोरोना का संकट आया, राजस्थान सिरमौर रहा। नरेंद्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो मुख्यमंत्री के पत्र का जवाब नहीं देते हैं। रैली में कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी का भाषण नही हुआ। कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य रघुवीर मीणा ने धन्यवाद दिया।