रिफाइनरी निर्माण के बाद फिर से पचपदरा जुड़ेगा रेल लाइन से, कभी यहां से नमक उद्योग का होता था व्यापार

मनमोहन सेजू/बाड़मेर : देश में जब ब्रिटिश हुकूमत हुआ करती थी उस जमाने में पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा नमक उत्पादन क्षेत्र पचपदरा अब फिर रेलगाड़ी की छुक छुक से गूंजेगा. बरसों तक रेलगाड़ी की पटरी की वीरानी और खंडहर हो गए रेलवे स्टेशन पर फिर रंगत लौटेगी. बालोतरा जिले के पचपदरा से नब्बे के दशक में रेलमार्ग बंद कर दिया गया था.
पचपदरा-सांभरा तक बिछाई जाएगी रेलवे लाइन
इस रेलमार्ग के बंद हो जाने के चलते पचपदरा के नमक उद्योग पर भारी प्रभाव पड़ा था और वह चौपट हो गया. अब जब पचपदरा में देश की सबसे आधुनिक रिफायनरी की स्थापना हो रही है ऐसे में रेल मंत्रालय ने बालोतरा के पचपदरा को फिर रेलमार्ग से जोड़ने की स्वीकृति प्रदान की गई है. जोधपुर डीआरएम पंकज सिंह ने बताया कि बालोतरा से पचपदरा-सांभरा तक रेलमार्ग बिछाया जाना प्रस्तावित है और अभी इसका उपयोग व्यवसायिक होगा. कुछ समय बाद यहां यात्रियों के लिए भी रेलमार्ग को उपयोग में लिए जाने के बारे में मन्त्रणा की जाएगी.
90 के दशक में बंद हुआ था यह रेलवे स्टेशन
पचपदरा में फिर रेलमार्ग की शुरुआत को लेकर पचपदरा के एडवोकेट विजय सिंह खारवाल का कहना है कि बरसों तक पचपदरा रेलमार्ग से जुड़ा था और बालोतरा जंक्शन हुआ करता था. नब्बे के दशक में पचपदरा रेलमार्ग से कट गया और बालोतरा सामान्य रेलवे स्टेशन बन गया. उससे जंक्शन का दर्जा छीन गया, ऐसे में अब जब पचपदरा फिर रेलवे स्टेशन बनेगा तो बालोतरा को जंक्शन का दर्जा दिया जाएगा.
पचपदरा में नए रेल्वे स्टेशन से पचपदरा में काम करने वाले हजारों लोगों के साथ पचपदरा के आसपास के हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलेगा.
.
Tags: Barmer news, Local18, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : February 26, 2024, 11:30 IST