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लक्षण इतने मामूली कि पता भी नहीं चलता पर धीरे-धीरे शरीर को गलाने लगती है पेट की यह बीमारी, देरी से बिगड़ेगी बात

Symptoms of celiac disease: यह पेट की बीमारी है. इस बीमारी का नाम सीलिएक है. अधिकांश लोग सीलिएक का नाम सुने भी नहीं होंगे लेकिन यह बीमारी इतनी खतरनाक है कि शरीर को गलाने लगती है. सीलिएक बीमारी इम्यून में गड़बड़ी के कारण होती है. इसमें ग्लूटेन वाली चीजें खाने से बहुत ज्यादा परेशानी होती है. गैस, बदहजमी, डायरिया, कब्ज जैसी परेशानियां हमेशा बनी रहती है. मुश्किल यह है कि सीलिएक बीमारी में भोजन सही से पचता नहीं है, इस कारण भोजन से शरीर को पोषक तत्वों की प्राप्ति नहीं होती है. जब पोषक तत्वों की प्राप्ति नहीं होगी तो शरीर ज्यादा दिनों तक टिका हुआ नहीं रहेगा. यही कारण है कि सीलिएक बीमारी शरीर को गलाने लगती है.

क्या होती है सीलिएक बीमारी
मायो क्लिनिक सिलिएक बीमारी में जीन की गड़बड़ी हो जाती है. इस बीमारी में जब ग्लूटेन वाली चीजें खाएंगे यानी गेंहू, बार्ली आदि से बनी चीजें खाएंगे तो परेशानी बढ़ जाती है. इसमें छोटी आंत की दीवारें डैमेज होने लगती है. यानी आंतों की दीवारों में खरोंच आने लगती है. आंत की दीवार की लाइनिंग का सीधा संबंध दिमाग से होता है. लाइनिंग खराब होने के कारण जब आप कुछ खाएंगे तो उससे पोषक तत्व निकलेगा ही नहीं. ऐसे में शरीर को कोई पोषक तत्व नहीं मिलेगा और पोषक तत्व के अभाव में शरीर कमजोर होता जाएगा और वजन तेजी से घटता जाएगा. अगर यह बच्चों में है तो बच्चों में विकास रूक जाएगा.

क्या है सीलिएक बीमारी के लक्षण
सीलिएक बीमारी में मामूली लक्षण दिखते हैं. इसमें अक्सर पेट खराब रहेगा. डायरिया के कारण आप बेहद कमजोर हो जाएंगे. हमेशा पेट में गैस बनती रहेगी और हमेशा लगेगा कि पेट फूला हुआ है. कभी-कभी पेट में दर्द भी होगा. कभी-कभी उल्टी करने का मन करेगा. कुछ लोगों को पेट खराब के बजाय कब्ज की शिकायत रहेगी. इन सभी लोगों का वजन तेजी से घटने लगेगा.

इससे नुकसान क्या होगा
जब भोजन से कुछ पोषक तत्व नहीं निकलेगा तो खून की कमी होने लगेगी. इससे एनीमिया की बीमारी होगी. बोन डेंसिटी कम होने लगेगा. यानी हड्डियों में ताकत तेजी से घटने लगेगी. स्किन पर रैशेज निकल जाएंगे. मुंह में छाले पड़ने लगेंगे. हमेशा सिर दर्द और थकान रहेगी. लिवर कमजोर होने लगेगा और जोड़ों में हमेशा दर्द रहेगा.

इलाज क्या है
शुरुआती दौर में डॉक्टर के पास पहुंचना जरूरी है. अगर शुरुआती दौर में डॉक्टर के पास नहीं पहुंचेगे तो अन्य परेशानियां बढ़ जाएगी जो घातक साबित हो सकता है.

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Tags: Health, Health News, Lifestyle

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