वेदांता 3 साल में 3 अरब डॉलर का कर्ज घटाएगी…जानिए कैसे बदलेगी तस्वीर | Vedanta will reduce debt by 3 billion dollars in 3 years…know how the picture will change

द कुलिश स्कूल में लाइफ क्राफ्ट वर्कशॉप आज, बच्चे सीखेंगे एडवांस तकनीक, मिलेगी क्रिएटिव नॉलेज
विकास परियोजनाओं की शुरूआत से बढ़ेगी आय
विकास परियोजनाओं की शुरूआत से आय की संभावना में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, जिससे पूंजी की लागत में स्वाभाविक कमी आएगी। इस योजना ने विदेशी संस्थागत निवेशकों, घरेलू संस्थागत निवेशकों और खुदरा निवेशकों ने रुचि जगाई है, जो इसे वेदांता की आगामी डीमर्जर घोषणा के अग्रदूत के रूप में देखते हैं। कंपनी ने हाल ही में अपनी प्रमोटर इकाई, फिनसाइडर इंटरनेशनल के जरिये अपने शेयरों का महत्वपूर्ण हिस्सा बेचा है। फिनसाइडर इंटरनेशनल ने अपने 1.76 फीसदी शेयर सफलतापूर्वक 265 रुपए प्रति शेयर की औसत कीमत पर बेचे, जिससे 1737 करोड़ रुपए की राशि जुटाई गई। परिणामस्वरूप, प्रमोटर समूह की हिस्सेदारी घटकर 61.95 फीसदी रह गई है।
राजस्थान में ‘मिशन 25 पूरा होगा, सतीश पूनिया बोले – सिर्फ टाइम पास कर रहे हैं राहुल गांधी
कॉर्पोरेट संरचना को सरल करने की योजना
वेदांता ने अपनी डीमर्जर की घोषणा में कहा था, डीमर्जर से क्षेत्र-केंद्रित स्वतंत्र व्यवसायों के साथ समूह की कॉर्पोरेट संरचना को सरल बनाने की उम्मीद है। हमारा हर व्यवसाय, वैश्विक स्तर पर है, इसलिए बोर्ड ने डीमर्जर का फैसला किया। हम परिसंपत्ति स्वामित्व और उद्यमिता की मानसिकता का निर्माण करना चाहते हैं जहां हर कंपनी अपने विकास की दिशा तैयार करेगी। डीमर्जर से सॉवरेन वेल्थ फंड, खुदरा निवेशक और रणनीतिक निवेशकों सहित वैश्विक निवेशकों को समर्पित प्योर-प्ले कंपनियों में सीधे निवेश के अवसर मिलेंगे।
Ramadan 2024 : मार्च महीने में परवान पर रहेगी आस्था, रमजान की भी होगी शुरुआत
मेटल और खनिज का अनोखा पोर्टफोलियो
वेदांता के पास मेटल और खनिजों के साथ भारतीय और वैश्विक कंपनियों के बीच संपत्ति का एक अनूठा पोर्टफोलियो है, जिनमें जिंक, चांदी, सीसा, एल्यूमीनियम, क्रोमियम, तांबा, निकेल, तेल एवं गैस, लौह अयस्क और स्टील सहित एक पारंपरिक फेरस वर्टिकल शामिल हैं। साथ ही बिजली, जिसमें कोयला और नवीकरणीय ऊर्जा भी शामिल है। कंपनी अब सेमीकंडक्टर्स और डिस्प्ले ग्लास के निर्माण के क्षेत्र में प्रवेश कर रही है। कंपनी ने हाल ही में, अपने कर्ज का पुनर्गठन किया है और अपने बॉन्डधारकों को देय भुगतान पूरा कर रही है।