वैभव गहलोत के लिए प्रचार करेंगे या नहीं, इस पर सचिन पायलट ने कही बड़ी बात, जानें | I will definitely campaign for Vaibha Gehlot Lok Sabha elections, says Sachin Pilot
कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव को सिरोही-जलोर सीट से उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर चुनाव प्रचार को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की ओर से आए बयान ने सबको हैरत में डाल दिया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह वैभव के लिए प्रचार करेंगे तो इस पर उन्होंने कहा कि वह जरूरी प्रचार करेंगे, इसको लेकर किसी को कोई शक नहीं होना चाहिए। वैभव की जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरे दमखम के साथ प्रचार करेंगेे।
पायलट के इस बयान ने राजस्थान के गलियारे में सबको हैरत में डाल दिया है, क्योंकि वैभव के पिता अशोक गहलोत और पायलट के बीच छत्तीस का आंकड़ा है। 2018 से 2023 के बीच जब राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार थी तो पायलट ने सीएम की कुर्सी के लिए 2020 में बगावत कर दी थी जिसके बाद उन्हें डिप्टी सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया गया था।
पूरी ताकत के साथ करूंगा प्रचार
सचिन पायलट से जब यह सवाल पूछा गया कि क्या वह सिरोही-जालोर से कांग्रेस उम्मीदवार वैभव के लिए प्रचार करने जाएंगे, इसपर पायलट ने कहा, क्यों नहीं? उनके लिए प्रचार करने के लिए मैं जरूरी जाउंगा और पूरी ताकत से उनके लिए प्रचार करूंगा। वह मेरी पार्टी के उम्मीदवार हैं। हम पूरी कोशिश करेंगे कि वैभव यहां से जीत दर्ज करें।
पायटल के इस बयान से चढ़ा सियासी पारा
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम के वैभव गहलोत के समर्थन में दिए बयान के बाद सियासी पारा चढ़ गया है। पूर्व सीएम गहलोत से चल रही तनातनी के बीच इस बात की उम्मीद कम ही थी की पायलट वैभव के पक्ष में प्रचार करेंगे। पायटल ने आगे कहा कि जब में राजस्थाान प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष था, तो मैंने ही पिछले लोक सभा चुनाव में जोधपुर सीट के लिए पैरवी की थी। नामांकन भरते वक्त में उनके साथ था। प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए ही मैंने उन्हें पार्टी महासचिव बनाया था।
सभी से रिश्ते अच्छे
वैभव के साथ रिश्तों को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में पायलट ने कहा कि मेरे सभी के साथ अच्छे रिश्ते रहे हेैें। किसी के साथ वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मैं सभी के साथ अच्छे रिश्ते बनाकर चलता हूं। मैंने कभी किसी को गलत शब्द नहीं कहे और न ही किसी के सम्मान में कुछ गलत कहा, क्योंकि यह मेरे आचरण और संस्कारों में नहीं है।