Rajasthan

श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर कोटा में राधा-कृष्ण के स्वरूप में नजर आए नन्हे मुन्ने बच्चे

शक्ति सिंह/कोटा. श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर शहर के मंदिरों को सजाया गया है. वहीं श्री कृष्ण की झांकियां भी बनाई गई है. हर घर में माता-पिता अपने छोटे नन्हे-मुन्ने बच्चों को श्री कृष्णा और राधा के स्वरूप में बना रहे है. कान्हा का मनमोहक स्वरूप और राधा की मनमोहिनी छवि हर किसी को लुभाती है. मंदिरों और घरों में विशेष साज-सज्जा कर तैयारियां की गई हैं. पंजीरी और मक्खन का प्रसाद भी तैयार किया है. इसके साथ ही बच्चों की टोली राधा कृष्ण के स्वरूप में सजी नजर आई है.

बाल स्वरुप में प्रभु ने की थी लीलाएं

इस अवसर पर जन्माष्टमी पर्व पर बच्चों में विशेष उत्साह देखने को मिला. भगवान कृष्ण और राधा का बाल स्वरूप में सजाया गया है. घर-घर में भगवान श्री कृष्ण और राधा के दर्शन हो रहे हैं. माता-पिता भी अपने बच्चों का यह अनुपम स्वरूप देखकर खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं. भगवान की अपरंपार लीला के दर्शन बाल चंचल भावनाओं से होते हैं. जिस तरह भगवान कृष्ण लीलाएं रचने में माहिर थे.

बच्चे भी कुछ ऐसे ही होते हैं. इसीलिए नन्हे-नन्हे बच्चों में लोग बालकृष्ण का स्वरूप देखते हैं. बच्चे-बच्चे में भगवान श्री कृष्ण का स्वरूप देखें कृष्ण और राधा के स्वरूप में सजे बच्चों को देखकर उनके चेहरे के भावों को महसूस करें. उनकी मनमोहक मुस्कान में खुद-ब-खुद नटखट लीलाधर के दर्शन होते है.

कृष्ण जन्माष्टमी पर तैयार हुए बच्चे

कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर लावण्या हाडा 5 वर्ष की है यह राधा के स्वरूप में नजर आ रही है. काशवी हाडा डेढ़ साल की है यह नन्हा श्री कृष्ण भगवान बन सज धज कर हाथो में मुरलिया मुह में लगाकर बजा रही है. वहीं दिव्यांश सिंह सोलंकी 7 महीने का है यह भी बाल कृष्ण स्वरूप नन्हा सा बच्चा श्री कृष्ण भगवान बने हुए है. हाथ मे मुरलिया बगल में माखन की मटकी रखी हुई है परिवार का मन मोह लिया है. खुशाश सिंह सिसोदिया 9 महीने का है जन्माष्टमी पर सज धज कर तैयार हुई है माथे पर मोर मुकुट लगाए हुए है. खिलखिलाकर हंसते हुए भगवान श्री कृष्ण के जैसे नठखट है.

Tags: Kota news, Local18, Rajasthan news

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