सरिस्का टाइगर रिजर्व: आग बुझाने की मशक्कत जारी, SDRF के जवान भी पहुंचे, जांच के आदेश
अलवर. सरिस्का टाइगर रिजर्व के जंगलों में लगी आग (Fire in Sariska Tiger Reserve) पर काबू पाने के प्रयास लगातार जारी हैं. आज दूसरे दिन भी वायु सेना के हेलिकॉप्टर (Air Force Helicopter) आग बुझाने में जुटे हैं. वहीं जमीनी स्तर पर आग बुझाने में जुटे वन विभाग के कर्मचारियों और ग्रामीणों के सहयोग के लिये आज एसडीआरएफ (SDRF) के भी 22 जवान सरिस्का पहुंचे. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आग पर आंशिक काबू पा लिया गया है. जल्द ही इस पर पूरी तरह से काबू पा लिया जायेगा. सरिस्का के फील्ड डाइरेक्टर आरएन मीणा ने सरिस्का डीएफओ सुदर्शन शर्मा को मामले की जांच (Inquiry) के आदेश दिये हैं. शर्मा आग लगने के कारणों और अधिकारियों की लापरवाही की जांच कर फील्ड डाइरेक्टर को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे.
दूसरी तरफ आग से उपजे हालात का जायजा लेने के लिए मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर भी आज सरिस्का पहुंचे. बाद में उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा की आग अब धीमी होने लगी है. इस समय केवल कलाकड़ी के जंगल में आग लगी हुई है. उसको काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं. अन्य जगहों पर काबू पा लिया गया है. जयपुर, दौसा और भरतपुर सहित आसपास जिलों की टीमें भी आग बुझाने के लिए अलवर पहुंची हैं. हेलीकॉप्टर से आग बुझाने के प्रयास दूसरे दिन भी जारी है. अगर हवा नहीं चली तो बुधवार शाम तक आग पर काबू पा लिया जाएगा.
जांच के लिए एक टीम बनाई गई है
तोमर ने कहा कि आग लगने के कारणों की जांच पड़ताल चल रही है. इस पूरे मामले की जांच के लिए एक टीम बनाई गई है. इसके साथ ही आगामी समय में फिर कभी आग नहीं लगे इसके भी प्रयास किए जा रहे हैं. केंद्रीय फॉरेस्ट विभाग की तरफ से जिस दिन आग लगी थी उस समय अलर्ट जारी कर दिया गया था. उससे पहले वन विभाग को आग लगने की जानकारी मिल चुकी थी.
तेज हवा के कारण बेकाबू हुई आग
तोमर ने बताया कि केंद्रीय फॉरेस्ट विभाग की तरफ से दोपहर 3 बजकर 40 मिनट पर सरिस्का में आग लगने का अलर्ट जारी किया गया था. सेटेलाइट इमेज के माध्यम से यह अलर्ट जारी किए जाते हैं, लेकिन फॉरेस्ट विभाग को दोपहर 3 बजे ही इसकी जानकारी मिल गई थी. उसके बाद से लगातार रेंजर और वन विभाग के अन्य अधिकारी आग बुझाने के काम में लग गए थे. उन्होंने कहा कि आग पर अगले दिन सुबह 5 बजे तक काबू पा लिया गया था, लेकिन उसके बाद दिन में चली तेज हवा के कारण अचानक आग बढ़ गई.
वायु सेना का एक हेलिकॉप्टर वापस भेजा जायेगा, एक अलवर में ही रहेगा
अरविंदम तोमर ने कहा कि एयरफोर्स के दो हेलीकॉप्टर आग बुझाने के लिए अलवर आए थे. उसमें से एक हेलीकॉप्टर को वापस भेजने का फैसला लिया गया है. जबकि एक हेलीकॉप्टर अलवर में ही रहेगा और लगातार आगे रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग की मदद करेगा. उन्होंने कहा कि आबादी क्षेत्र के आसपास के कुछ जंगलों में अब भी घास और सूखे पेड़ों में आग लग रही है. उस आग को बुझाने के लिए आगामी एक सप्ताह तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलेगा. एनडीआरएफ, वन विभाग और अन्य ग्रामीणों की मदद से लगातार यह प्रक्रिया आगे तक जारी रहेगी.
सरिस्का में फिलहाल 27 बाघ, बाघिन और शावक हैं
उल्लेखनीय है कि सरिस्का में फिलहाल 27 बाघ, बाघिन और शावक हैं. इनमें 7 शावक, 9 बाघ 12 बाघिन हैं. हालांकि अभी तक बाघ एसटी-13 की तलाश चल रही है. बाघ-13 मिसिंग है. सरिस्का बाघ अभ्यारण्य की अकबरपुर रेंज में गत रविवार को आग लग गई थी. उसके बाद यह बेकाबू होती गई। जंगल में आग का आज चौथा दिन है. वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि सरिस्का में बाघों का कुनबा बढ़ रहा है. सरिस्का का जंगल बाघों के लिए बेहतर है.
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