स्कूल खोलने के मुद्दे को लेकर अभिभावकों से 13 सितंबर के आंदोलन में बड़ी संख्या में जुटने का आव्हान– News18 Hindi

जयपुर. बीजेपी नेता एवं सांसद किरोड़ीलाल मीणा (Kirodi lal Meena) अब तक निजी स्कूल संचालकों की मांगों का समर्थन कर रहे थे, लेकिन उन्होंने अब अभिभावकों (parents) के समर्थन में भी उतरकर आंदोलन का आह्वान कर दिया. लेकिन मसला यह है कि दोनों की मांगों का समर्थन आखिर किस तरह पूरा होगा ? क्योंकि निजी स्कूल (private school) संचालक और अभिभावकों के बीच कई मु्द्दों को लेकर आपसी विरोध और टकराव जो बना हुआ है. सांसद किरोड़ीलाल मीणा से निजी स्कूल संचालकों (School operators) ने विभिन्न समस्याओं को लेकर मुलाकात की थी. उसके बाद वे स्कूल संचालकों के हितों के मुद्दों को राज्यपाल तक भी लेकर गए. उन्होंने स्कूल संचालकों के समक्ष आ रही परेशानी को दूर करने की मांग की.
अब किरोड़लाल मीणा ने जयपुर में एक प्रेस वार्ता कर विद्यार्थी हितों से जुड़ी समस्याओं को भी उठाया है. इसके साथ ही निजी स्कूल संचालकों की स्कूल खोलने के मसलों का भी समर्थन किया. स्कूल शिक्षा परिवार से जुड़े निजी स्कूल संचालक पहली कक्षा से लेकर बाहरवीं कक्षा तक के स्कूल खोलना चाहते हैं. जबकि सरकार ने फिलहाल एक सितंबर से नौवीं से बाहरवीं कक्षा के स्कूल खोलने का ही निर्णय किया है.
स्कूल शिक्षा परिवार अभिभावकों के खिलाफ नहीं
उन्होंने ये भी कहा कि स्कूल शिक्षा परिवार अभिभावकों के खिलाफ नहीं हैं. उन्होंने कहा कि वे अभिभावकों के साथ स्कूल खोलने के पक्ष में हैं. निजी स्कूल संचालकों के संगठन के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि वे मध्यम और निचले दर्जे की निजी स्कूलों से ताल्लुक रखते हैं. मोटी फीस वसूलने वाली हाई फाई स्कूलों से नहीं.
शिक्षा देना सेवा इसमें लूट-खसोट न हो
दूसरी ओर जब सांसद से अभिभावकों ने मुलाकात कर अपनी पीड़ा रखी तो वे उनकी मांगों के भी समर्थन में नजर आए. इतना ही नहीं निजी स्कूल संचालकों द्वारा फीस के नाम पर की जा रही लूट खसोट का जमकर विरोध भी कर दिया. शिक्षा को सेवा बताते हुए किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि प्रदेश के निजी स्कूलों में अपने बच्चों को पढ़ाने वाले लाखों की तादाद में अभिभावक परेशान हैं.
निजी स्कूलों पर लगाम को नियामक आयोग हो
मीणा ने कहा निजी स्कूलों पर लगाम कसने के लिए एक नियामक आयोग लाना चाहिए. अभिभावकों के 13 सितंबर के आंदोलन को लेकर उन्होंने बड़ी संख्या में पैरेंट्स को जुटने का आव्हान भी कर दिया. अभिभावक स्कूल संचालकों द्वारा मनमानी फीस वसूली के खिलाफ हैं तो साथ ही टीकाकरण से पहले स्कूल खोलने को लेकर भी सहमत नहीं हैं.
दोनों तरफ रहना सांसद के लिए चुनौतीपूर्ण
बहरहाल, सांसद मीणा ने बतौर जनप्रतिनिधि स्कूल संचालक और अभिभावक वर्ग की मांगों का समर्थन तो कर लिया, लेकिन स्कूल खुलने के मसले पर दोनों वर्गो की अपनी-अपनी मांगें हैं. स्कूल संचालक पहली कक्षा से स्कूल खोलना चाहते हैं तो दूसरी तरफ पैरेंट्स बच्चों के वैक्सीनेशन के बिना स्कूल खोले जाने के पक्ष में नहीं हैं. ऐसे में सांसद मीणा किस तरह से दोनों की मांगों का समर्थन कर पूरा करवा सकेंगे यह उनके लिए चुनौतीभरा जरूर होगा.
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.