10th And 12th Board Registration Forms Withheld In Fee Dispute – फीस विवाद में रोक रहेे 10 वीं और 12 वीं बोर्ड के रजिस्ट्रेशन फॉर्म

फीस की टीस : निजी स्कूलों में हो रही परीक्षाओं से भी बच्चों को बाहर करने की शिकायत

जयपुर। स्कूल खुलने के बाद अब हर गतिविधियों में फीस विवाद सामने आ रहा है। स्कूलों में इन दिनों बोर्ड परीक्षाओं के फॉर्म भरने की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में स्कूल संचालकों और अभिभावकों की लड़ाई में बच्चों के फॉर्म अटक रहे हैं। अभिभावकों का अरोप है कि फीस जंमा नहीं होने के कारण निजी स्कूलों की ओर से फॉर्म नहीं भरे जा रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर स्कूलों में इन दिनों परीक्षाएं होने वाली है। निजी स्कूलों की ओर से अभिभावकों को फोन कर परीक्षा से पहले फीस जमा कराने के लिए कहा जा रहा है। इतना ही नहीं, फीस जमा नहीं होने पर परीक्षा में नही बैठने की धमकी दी जा रही है। अभिभावक संघों ने जिला शिक्षा अधिकारी से शिकायतें पहुंचाई है।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश : भविष्य से खिलवाड़ नहीं कर सकते स्कूल
संयुक्त अभिभावक संघ प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद निजी स्कूल संचालक ना कोर्ट के आदेश को लागू कर रहे हैं ना फीस एक्ट 2016 को लागू कर रहे हैं। तीन मई 2021 को आए सुप्रीम कोर्ट के आदेश में स्पष्ट कहा गया था कि किसी भी स्कूल संचालक को बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने की अनुमति नही दी जाएगी।
अभिभावकों की पीड़ा
1. जगतपुरा निवासी विवेक कुमार ने बताया कि उनका बेटा जगतपुरा स्थित एक निजी स्कूल में कक्षा नौ में पढ़ता है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी स्कूल संचालक फीस जमा करवाने का दबाव बना रहे हैं। स्कूल प्रशासन धमकी दे रहा है कि अगर फीस जमा नहीं करवाई तो बच्चे का रजिस्ट्रेशन जमा नहीं करवाया जाएगा।
2. आलोक भारती बड़ाया ने बताया कि उनके दो बच्चे कक्षा 9 वीं और दूसरा कक्षा 7 वीं में तिलक नगर स्थित एक स्कूल में पढ़ रहे हैं। फीस जमा नही होने के कारण स्कूल ने पिछले तीन महीनों से कक्षाएं बंद की हुई है। नौ वीं में पढ़ रहे बच्चे का रजिस्ट्रेशन भी होना है, स्कूल संचालक ने साफ मना कर दिया कि बिना फीस रजिस्ट्रेशन फॉर्म नही भरेंगे।
अभिभावक संघ : शिक्षा विभाग कराए रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था
संघ के प्रदेश विधि मामलात मंत्री एडवोकेट अमित छंगाणी और अभिभावक एकता आंदोलन के संयोजक मनीष विजयवर्गीय ने कहा कि निजी स्कूलों की ओर से बच्चों के सीबीएसई और आरबीएसई बोर्ड रजिस्ट्रेशन रोके जा रहे हैं। उन बच्चों के रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरने की व्यवस्था शिक्षा विभाग करें। इससे बच्चों का भविष्य खराब होने से बचाया जा सकता है।
कोई भी स्कूल बच्चे के रजिस्ट्रेशन फॉम नहीं रोक सकते। ना ही परीक्षा में बैठने से रोक सकते हैं। अगर ऐसा मामला कही हैं तो शिकायत करें। समाधान किया जाएगा।
रविन्द्र सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी