10th Board result, Board Result 2025: मौत के 17 दिन बाद आया 10वीं रिजल्ट, टॉप कर गई बीटिया, फूट फूट कर रोने लगे परिजन

Last Updated:May 05, 2025, 18:10 IST
Board Result 2025, 10th Board Result: पश्चिम बंगाल की थैबी मुखर्जी ने बीमारी के बावजूद 10वीं बोर्ड परीक्षा में टॉप किया, लेकिन रिजल्ट से 17 दिन पहले जॉन्डिस से उसकी मौत हो गई. उसकी मार्कशीट देखकर सबकी आंखें नम …और पढ़ें
Board Result 2025, Thabi Mukherjee: रिजल्ट से 17 दिन पहले टॉपर की हो गई मौत.
हाइलाइट्स
थैबी मुखर्जी ने 10वीं बोर्ड परीक्षा में टॉप किया.रिजल्ट से 17 दिन पहले जॉन्डिस से थैबी की मौत हो गई.थैबी की मार्कशीट देखकर परिजन फूट-फूट कर रोने लगे.
Board Result 2025, Thabi Mukherjee: किसी ने सोचा भी न था कि रिजल्ट से ठीक 17 दिन पहले हंसती-खेलती बच्ची इस दुनिया से विदा हो जाएगी. जब बोर्ड परीक्षा के नतीजे आए, तो यह लड़की स्कूल टॉप कर गई, जिसने भी उसकी मार्कशीट देखी, उसकी आंखों में आंसू आ गए. यह कहानी है पश्चिम बंगाल की. यहां की थैबी मुखर्जी ने बंगाल बोर्ड की 10वीं की परीक्षा दी, लेकिन अफसोस वह रिजल्ट नहीं देख पाई. रिजल्ट के कुछ दिन पहले ही उसकी बीमारी के कारण मौत हो गई. जिसके बाद उसके पिरजनों व स्कूल वालों की आंखें नम हो गईं.
Thabi Mukherjee: दवा खाकर जाती थी परीक्षा देनेअसल में थैबी मुखर्जी का परिवार आसनसोन में रहता है. परीक्षा से कुछ दिन पहले ही थैबी को जॉन्डिस हुआ था. वह रोजाना दवा खाकर परीक्षा देने जाती थी. परीक्षा के बाद उसका इलाज भी कराया गया, लेकिन उसकी तबियत और खराब हो गई और इस तरह रिजल्ट आने से 17 दिन पहले थैबी मुखर्जीकी जॉन्डिस से मौत हो गई.
रिजल्ट देख नम हुई सबकी आंखें थैबी की मौत के बाद अभी परिजनों की आंखों के आंसू थमे भी नहीं थे कि इसी बीच पश्चिम बंगाल बोर्ड के नतीजे आए, तो थैबी मुखर्जी ने न सिर्फ स्कूल में टॉप किया, बल्कि जिले की टॉप 10 लिस्ट में आठवां स्थान हासिल किया.थैबी आसनसोल के उमारानी गोराई महिला कल्याण स्कूल की छात्रा थी.थैबी का नाम टॉपर्स लिस्ट में देखकर उनके स्कूल से लेकर परिजनों तक की आंखें भर आईं.थैबी ने बंगला में 99, गणित में 98, भौतिक विज्ञान में 97, जीव विज्ञान में 98, इतिहास और भूगोल में 95 अंक हासिल किए थे. थैबी की मार्कशीट को देखकर परिजन फफक-फफक कर रोने लगे.
पढ़ने में बेहद होशियार थी थैबीएक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक थैबी के स्कूल की प्रिसिंपल ने मीडिया को बताया कि 16 वर्षीय थैबी पढ़ने में बेहद होशियार थी.परीक्षा के दौरान वह बहुत बीमार थी.थैबी की दादी सविता मुखर्जी ने रोते हुए कहा कि हर कोई कहता था कि थैबी अच्छे नंबर लाएगी.हमें कभी यकीन नहीं हुआ.थैबी के दादा बसंती दास मुखर्जी ने कहा कि वह पढ़ाई में बहुत अच्छी थी. उसे चार स्कॉलरशिप मिलीं थी.आज वह होती थी काफी खुश होती.उसे इलाज के लए हैदराबाद भी लेकर गए लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.
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मौत के 17 दिन बाद आया 10वीं रिजल्ट, टॉप कर गई बीटिया, रोने लगे परिजन