सरसों, मेथी और तारामारी को बर्बाद कर देता है यह कीट, किसान ऐसे करें रोकथाम, जानें एक्सपर्ट की सलाह

Last Updated:February 27, 2025, 15:19 IST
Aphid Pest Management Tips: फसलों में चेपा कीट का लागतार प्रकोप बढ़ रहा है. खासकर सरसों, मेथी और तारामारी की फसलों में इसका प्रकोप अधिक देखा जा रहा है. यह भूरे रंग का कीट होता है और यह पौधे का रस चूसता है. इस की…और पढ़ेंX
चेपा का खतरा बढ़ा
हाइलाइट्स
चेपा कीट सरसों, मेथी, तारामीरा को नुकसान पहुंचाता है.रोकथाम के लिए डाईमिथोएट, इमिडाक्लोप्रिड का छिड़काव करें.चेपा कीट पौधे का रस चूसकर उत्पादन घटाता है.
सीकर. बदलते मौसम के साथ ही इन दिनों फसलों में चेपा का प्रकोप बढ़ रहा है. इससे सरसों, मेथी, तारामीरा की फसलों में नुकसान होने की आशंका रहती है. चेपा (ऐफिड) का प्रकोप अधिक होने पर लोगों के आवागमन में भी यह बाधा बन जाता है. एग्रीकल्चर एक्सपर्ट बजरंग सिंह ने बताया कि इन दिनों सरसों, तारामीरा, मेथी सहित अन्य रबी की फसलें पुष्पन्न, फलन (दाना बनने) की अवस्था में है. इस अवस्था में यदि फसलों में चेपा का प्रकोप अधिक रहता है.
यह फसलों को नुकसान पहुंचाता है. इसके प्रकोप से सरसों में तेल की मात्रा कम हो जाना, मैथी की फली में दाना नहीं बनना सहित अन्य दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं. मौसम में गर्माहट बढ़ने और आसमान में बादल छाने पर चेपा का प्रकोप बढ़ता है. चेपा के कारण पुष्पन और फलन अवस्था में होने के कारण आगे ग्रोथ नहीं कर पाती.
ऐसे कर सकते हैं कीट का रोकथाम
एग्रीकल्चर एक्सपर्ट बजरंग सिंह ने बताया कि वैसे तो फसलों में आने वाले रोगों के लिए समय-समय पर जानकारी दी जाती है. इसकी रोकथाम के लिए किसानों को जागरूक किया जाता है. हालांकि किसानों को भी अपने स्तर पर जागरूक रहने की आवश्यकता है. मौसम में हो रहे बदलाव के समय में फसलों की निगरानी बेहद जरूरी है. वहीं अल (चेपा) के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए डाईमिथोएट, इमिडाक्लोप्रिड कीटनाशक दवा व एसिफैट, एसिटिर्मर्माप्रिड कीटनाशक पाउडर का छिड़काव करें. इससे फसलों में चेपा का प्रभाव नहीं रहेगा. साथ ही, फसल को नुकसान नहीं होगा और किसानों को गुणवत्तापूर्ण उत्पादन मिलेगा.
भूरे रंग का होता है चेपा कीट
चेपा कीट भूरे रंग के होते हैं और पत्तों पर बैठकर पौधे का रस चूसने लगते हैं. इससे पत्ते सूख जाते हैं, जिससे दाना परिपक्व नहीं हो पाता है. अगर कीटों का बड़ा हमला हो जाए तो पौध में 50 फीसद से भी अधिक की गिरावट आ सकती है. इससे किसानों को नुकसान होता है. यानी चेपा किसानों का दुश्मन होता है.
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
February 27, 2025, 15:19 IST
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रबी फसलों के लिए काल है यह कीट, एक्सपर्ट से जानें रोकथाम के उपाय