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कॉपर VS स्टील? पीने के पानी के लिए कौन सी बॉटल है ज़्यादा अच्छी? सेहत पर कैसा पड़ेगा इनका असर, जानने के लिए पढ़ें ये खबर

Last Updated:March 07, 2025, 16:45 IST

Copper VS Steel Bottles : किसी भी बॉटल का चयन करते समय यह जरूरी है कि आप उसकी सफाई और रखरखाव पर ध्यान दें, ताकि वह आपकी सेहत के लिए हानिकारक न बने. तांबे और स्टील दोनों ही स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छे ऑप्शन हैं,…और पढ़ेंकॉपर VS स्टील? पीने के पानी के लिए कौन सी बॉटल है ज़्यादा अच्छी?

कौनसी बॉटल में पिएं पानी?

हाइलाइट्स

तांबे की बॉटल एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है.स्टील की बॉटल्स जंग रहित और लंबे समय तक चलने वाली होती हैं.तांबे की बॉटल आयुर्वेदिक लाभ देती है, स्टील पर्यावरण के अनुकूल है.

Copper VS Steel Bottles : पानी हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी है और इसे पीने का तरीका भी उतना ही जरूरी होता है. पिछले कुछ सालों में तांबे और स्टील की बॉटल्स अपनी क्वालिटी और हेल्थ बेनेफिट्स के कारण बहुत पॉपुलर हो गई हैं. इन बॉटल्स को लेकर अक्सर सवाल उठते हैं कि इनमें से कौन सी बॉटल हेल्थ के लिए ज्यादा फायदेमंद है. तांबे और स्टील की बॉटल्स दोनों के अपने-अपने फायदे हैं, लेकिन आपको यह जानने की जरूरत है कि किसका इस्तेमाल आपके लिए ज्यादा अच्छी रहेगी.

तांबे की बॉटल्स – क्या हैं इसके फायदे?तांबे की बॉटल्स आयुर्वेदिक के लिहाज से बेहद फायदेमंद मानी जाती हैं. तांबे के बर्तन में रखा पानी नैचुरली एंटी इंफैक्शन (antibacterial) गुण प्राप्त करता है. माना जाता है कि तांबे में यूनीक गुण होते हैं, जो बैक्टीरिया को मारने और शरीर को हानिकारक तत्वों से बचाने में मदद करते हैं. तांबे के पानी का सेवन पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है, आंतों की सेहत में सुधार करता है और शरीर के अंदर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है.

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तांबे का पानी एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जिससे शरीर की कोशिकाओं की सुरक्षा होती है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है. यह थायरॉयड और हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने में भी सहायक है और मानसिक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक असर डाल सकता है. तांबे की बॉटल में पानी को 6-8 घंटे के लिए रखा जाता है, जिसके बाद यह पानी सेहत के लिए फायदेमंद होता है.

हालांकि, तांबे की बॉटल को समय-समय पर साफ करना बेहद जरूरी है. इसे नींबू और नमक या सिरके से धोना चाहिए, ताकि इसके अंदर कोई गंदगी न जमा हो और ऑक्सीकरण की प्रक्रिया भी धीमी हो. इसे अच्छे से सुखाकर ही इस्तेमाल में लाना चाहिए.

स्टील की बॉटल्स – क्या हैं इसके फायदे?स्टील की बॉटल भी हेल्दी रहने के लिहाज से एक अच्छा ऑप्शन मानी जाती हैं. इनमें कैमिकल एलिमेंट नहीं होते और ये पानी को न तो प्रदूषित करती हैं और न ही उसके स्वाद को बदलती है. स्टेनलेस स्टील में जंग नहीं लगता और यह लंबे समय तक चलने वाली, मजबूत और सुरक्षित होती है. इससे बनी बॉटल्स पर्यावरण के लिए भी बेहतर हैं, क्योंकि स्टेनलेस स्टील 100% रीसायकल होता है.

इसके अलावा, स्टील की बॉटल्स बहुत आसानी से साफ की जा सकती हैं और ये दाग-धब्बों और गंध के प्रति ज्यादा रेसिसस्टेन्स होती हैं. इन बॉटलों में इन्सुलेशन होता है, जो पानी को लंबे समय तक ठंडा या गर्म बनाए रखता है. हालांकि, कुछ स्टील की बॉटल्स में निकल होता है, जो कुछ लोगों में एलर्जी पैदा कर सकता है. इसलिए स्टील की बॉटल खरीदते समय यह ध्यान देना जरूरी है कि वह उच्च क्वालिटी की हो.

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क्या है बेहतर ऑप्शन?यदि आप आयुर्वेदिक लाभ और रोगाणुरोधी गुणों की तलाश में हैं, तो तांबे की बॉटल आपके लिए उपयुक्त हो सकती है. लेकिन अगर आप एक लंबी उम्र वाली और पर्यावरण के अनुकूल बॉटल चाहते हैं, तो स्टील की बॉटल एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकती है.


First Published :

March 07, 2025, 16:45 IST

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कॉपर VS स्टील? पीने के पानी के लिए कौन सी बॉटल है ज़्यादा अच्छी?

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