बारां-मांगरोल की 30 KM की टूटी सड़क तय करेगी हार-जीत, जानें मतदाताओं का मिजाज और मुद्दे

Last Updated:October 10, 2025, 20:30 IST
Anta assembly by-election : अंता विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए इस बार मतदाताओं का मिजाज कुछ बदला हुआ है. क्षेत्र में अवैध खनन, बारां-मांगरोल सड़क, मिनी सचिवालय और उपजिला अस्पताल जैसे मुद्दे छाए रहने वाले हैं.
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बारां-मांगरोल की सड़क को ना तो कांग्रेस ठीक करवा पाई और ना ही बीजेपी.
बारां. बारां जिले की अंता विधानसभा सीट के लिए आज से ठीक एक महीने के बाद 11 नवंबर को उपचुनाव होगा. उपचुनाव के लिए दो बड़े चेहरे सामने आ चुके हैं. तीसरे का इंतजार है. कांग्रेस ने यहां से पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया को चुनाव मैदान में उतारा है. वहीं युवा नेता नरेश मीणा ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर रखा है. बीजेपी ने अभी तक अपना प्रत्याशी तय नहीं किया है. यहां के मतदाताओं की नब्ज टटोलें तो इस बार यहां के चुनाव में हार-जीत अन्य मुद्दों से ज्यादा बारां-मांगरोल की 30 किलोमीटर की टूटी हुई सड़क टिकी है. इसे ना तो कांग्रेस अपने ठीक करा पाई और ना ही बीजेपी. इस बीच फिर से चुनाव आ गए हैं. अब लोगों ने कमर कस ली है.
अंता विधानसभा में महज डेढ़ साल के अंतराल से फिर चुनाव हो रहे हैं. यहां अवैध खनन हमेशा से बड़ा मुद्दा रहा है. लेकिन अब यहां उससे भी बड़ा मुद्दा बना हुआ है बारां-मांगरोल की 30 किमी लंबी वह सड़क जिसे पार करने में इलाके के लोगों को दो घंटे लगते हैं. कांग्रेस राज में बिगड़ी इस सड़क को वह आखिर तक ठीक नहीं करवा पाई. बीजेपी ने वादा किया था लेकिन वह भी बीते डेढ़ साल में नई सड़क बनाना तो दूर उसमें पैबंद तक नहीं लगा पाई.
डेढ़ साल में बीजेपी राज में कोई भी काम अंता में धरातल पर नजर नहीं आयामांगरोल कस्बा अंता विधानसभा क्षेत्र में पड़ता है. बस इसी से बात से लोग भड़के हुए हैं कि आखिर दोनों पार्टियों में अंतर क्या है? क्यों नहीं किसी तीसरे विकल्प पर विचार किया जाए. लोगों की यह मंशा बीजेपी और कांग्रेस को खाए जा रही है और युवा नेता नरेश मीणा की हौसला बढ़ाए जा रही है. मतदाताओं की नाराजगी इस बात की है कि बीते डेढ़ साल में बीजेपी राज में कोई भी काम अंता में धरातल पर नजर नहीं आया. बीजेपी इसकी वजह बताए.
मिनी सचिवालय और उपजिला अस्पताल का काम शुरू नहीं हुआकांग्रेस राज में अंता के लिए स्वीकृत किया गया मिनी सचिवालय और उपजिला अस्पताल का काम शुरू नहीं हुआ. आरोप है कि इसे बीजेपी ने आगे बढ़ने नहीं दिया. मतदाता इस बार बीजेपी और कांग्रेस से इन्हीं मुद्दों पार्टी और अन्य प्रत्याशियों से सवाल जवाब करने वाली है. बहरहाल मतदाताओं को इंतजार है कि आखिरकार बीजेपी इस बार क्या किसी नए चेहरे को आगे लाएगी या फिर पुराने चेहरे पर ही दांव खेलेगी. सभी प्रत्याशी नामांकन करके विधिवत मैदान में आ जाए उसके बाद सवाल जवाब का सिलसिला शुरू होगा.
संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर…और पढ़ें
संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर… और पढ़ें
Location :
Baran,Baran,Rajasthan
First Published :
October 10, 2025, 20:28 IST
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अंता उपचुनाव : बारां-मांगरोल की 30 KM की टूटी सड़क तय करेगी हार-जीत