5 amazig health benefits of Neem Seeds nimboli for Kidney and Skin know more benefits in hindi | आने वाला है इन ‘अमृत समान बीजों’ का मौसम, बालों से लेकर किडनी तक के लिए रामबाण! एक्सपर्ट से जानें 5 बड़े फायदे

Health benefit of Nimboli: हमारे आसपास तमाम ऐसी चीजें पाई जाती हैं, जो सेहत का खजाना साबित हो सकती हैं. लेकिन, जानकारी न होने के चलते हम उनका लाभ नहीं ले पाते हैं. नीम का पौधा ऐसी ही चीजों में एक है. वैसे तो नीम का हर भाग फायदेमंद है, लेकिन इसके बीज यानी निंबोली अधिक फायदेमंद हैं. ये बीज सेहत के लिए बहुत फायदेमंद साबित हुए हैं. यही वजह है कि प्राचीन काल से आयुर्वेद में इनका इस्तेमाल किया जा रहा है. निंबोली गर्मियों में आती है, जिनका शुरुआत रंग हरा और कड़वा होता है, लेकिन जैसे-जैसे इसका रंग पीला होता जाता है वैसे-वैसे ये मीठा होने लगता है.
निंबोली बालों से लेकर किडनी तक के लिए काफी प्रभावी मानी जाती है. अब सवाल है कि आखिर निंबोली सेहत के लिए कैसे फायदेमंद? निंबोली के फायदे क्या हैं? निंबोली में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं? इस बारे में को बता रही हैं राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय लखनऊ की डॉ. शचि श्रीवास्तव-
निंबोली में मौजूद औषधीय गुण
एक्सपर्ट के मुताबिक, निंबोली में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं. जैसे- प्रोटीन, विटामिन सी और कैरोटीन जैसे तत्व मौजूद होते हैं. ये सभी औषधीय गुण शरीर को कई बीमारियों से बचाने की क्षमता रखते हैं. इसके अलावा, नीम के फल में नेचुरल एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-सेप्टिक तत्व मौजूद होते हैं, जो हमें सेहतमंद रख सकते हैं.
निंबोली के फायदे क्या है?
किडनी: डॉ. शचि श्रीवास्तव बताती हैं कि, नीम की निंबोली और उसकी पत्तियों से बनी चाय सेहत के लिए फायदेमंद है. आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल लंबे समय से किडनी की परेशानियों के इलाज के लिए किया जाता है. चाय बनाने के लिए नीम के 2 -3 फलों और 3 -4 पत्तियों को पानी में उबाल लेंगे. अब छन्नी की मदद से इसको छनकर ठंडा होने पर इसका सेवन करेंगे. इसको नियमित पीने से किडनी और प्रोस्टेड की समस्या से निजात मिल सकता है.
दांत: नीम को प्राचीन काल से ही दांत साफ करने के लिए जाना जाता है. एक्सपर्ट के मुताबिक, नीम में मौजूद प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-सेप्टिक तत्व दांतों को साफ रखने में मदद करते हैं. यदि आपके मसूड़ों में सूजन या दांतों में सड़न है तो निंबोली के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है. साथ ही, दांतों दर्द से भी छुटकारा मिलता है.
बाल: निंबोली हेयरफॉल और डैंड्रफ की समस्या में भी फायदेमंद हैं. दरअसल, इन बीजों में एंटी पैरासिटिक, एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल जैसे गुण मौजूद होते हैं, जो बालों को इंफेक्शन से दूर रखता है. इसके अलावा इसमें प्रोटीन, विटामिन सी और कैरोटीन जैसे तत्व भी होते हैं, जिससे बालों की समस्याओं से निजात मिल सकती है. इसको यूज करने के लिए आप नीम के फलों को पीसकर बालों में लगा सकते हैं.
मलेरिया: नीम के बीज मलेरिया के सबसे प्रभावी उपचारों में से हैं. बता दें कि, नीम के बीजों को पीस कर इस्तेमाल करने से मलेरिया को रोकने में मदद मिलती है. इसके साथ ही, निंबोली से निकाले गए तेल को लगाने से मच्छरों के काटने से बचाव में होता है. यही वजह है कि नीम के फल मलेरिया का खतरा कम करने की क्षमता रखते हैं.
त्वचा: निंबोली का तेल स्किन प्रॉब्लम को भी दूर रख सकता है. इस तेल को अपने चेहरे या प्रभावित जगह पर लगाने से स्किन चमकदार हो जाएगी. बता दें कि, नीम के बीज में एंटीफंगल के साथ-साथ एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं, जो एक्जिमा, सोरायसिस और मुंहासों जैसी कई तरह की त्वचा की स्थितियों के इलाज और रोकथाम में मदद कर सकते हैं.