Rajasthan

508 वरिष्ठ शिक्षकों की तबादला सूची जारी, शिक्षा निदेशालय ने जारी की सूची

शिक्षा विभाग ने वरिष्ठ शिक्षकों की एक ओर तबादला सूची जारी की। जिसमें प्रदेश के कई संभागों से वरिष्ठ शिक्षकों के तबादले किए गए हैं। बीकानेर संभाग के 102, अजमेर के 62, भरतपुर के 27, बीकानेर के 15, चूरू के 51, जयपुर के 104, जोधपुर संभाग से 10, कोटा से 59, पाली से 6 और उदयपुर से विभिन्न विषयों के 72 वरिष्ठ शिक्षकों के तबादले किए गए हैं।
शिक्षा निदेशक के निर्देशों के मुताबिक इन तबादला आदेशों में प्रोबेधन पर चल रहे शिक्षकों को कार्यमुक्त या कार्यग्रहण नहीं करवाया जा सकेगा। टीएसपी क्षेत्र से नॉनटीएसपी क्षेत्र में तबादला होने पर कार्मिक को कार्यमुक्त या कार्यग्रहण नहीं करवाया जा सकेगा। यदि तबादला स्थान पर कार्यरत कार्मिक विधवा,परितयक्ता, दृष्टिहीन, दोनों पैरों से दिव्यांग, गंभीर बीमारी से पीडि़त हैं से उसे कार्यमुक्त या कार्यग्रहण नहीं करवाया जाए।

नई भर्ती की मांग को लेकर संविदा नर्सिंग स्टाफ फिर शुरू करेगा आंदोलन
छह सितम्बर को चिकित्सा मंत्री आवास को घेरने की तैयारी
जयपुर
नई भर्ती की मांग को लेकर संविदा नर्सिंग स्टाफ फिर आंदोलन शुरू करेगा। संविदा नर्सेज स्टाफ नर्सेज महासंघ ने छह सितम्बर को जयपुर चलो का आह्वान किया हैं। जिसके तहत प्रदेशभर में संविदा पर कार्यरत नर्सिंगकर्मी गांधीनगर स्थित चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के आवास को घेरने की तैयारी कर रहे हैं।
नई भर्ती की मांग को लेकर एक बार फिर आंदोलन की रुपरेखा तय करते हुए संविदा पर कार्यरत नर्सिंगकर्मियों ने अपनी मांगों को मनवाने के लिए प्रदर्शन की चेतावनी दी है। महासंघ के पदाधिकारियों का कहना है कि उनकी मांग है कि 4 हजार एएनएम और 6 हजार नर्सिंग ऑफिसर की भर्ती निकाली जाए। इसी मांग को लेकर प्रदेशभर के कार्मिकों ने जयपुर कूच करने की तैयारी की है। इसको लेकर महासंघ ने आह्वान किया है।
इस दिन प्रदेशभर में संविदा पर लगे नर्सिंगकर्मी सामूहिक अवकाश लेंगे और मंत्री के घर के बाहर आकर प्रदर्शन करेंगे। नर्सेज को मेरिट बेस पर 10,20 व 30 बोनस अंक की मांग भी रखी जाएगी।
कोविड महामारी में संविदा पर कार्य कर रहे नर्सिंगकर्मियों ने अपनी जान पर खेलकर निस्वार्थ भाव से काम किया। इसके बावजूद सरकार ने भर्ती नहीं की। कई अभ्यर्थी अपनी भर्ती आयु सीमा भी पूरी करने वाले हैं। यही कारण है कि उन्हें आंदोलन करने के लिए विवश होना पड़ रहा है।क्योकि कई बार ज्ञापन प्रदर्शन के बाद सरकार सुन नहीं रही है। प्रदेश में कई जगह मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे है जहां नर्सिंग स्टाफ की जरूरत है फिर भी नई भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं हो रहा है।

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